मोटरमार्ग निर्माण के लिए ग्रामीणों का क्रमिक-अनशन जारी
डडोली-डोभा मोटरमार्ग के लिए 16 दिसंबर को लोनिवि कार्यालय पर तालाबंदी करेंगे ग्रामीण
रुद्रप्रयाग। डडोली-डोभा मोटरमार्ग निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों का क्रमिक-अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने 16 दिसंबर को लोक निर्माण विभाग के कार्यालय पर तालाबंदी की चेतावनी दी है।
धरना स्थल पर संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनोद नेगी, पीटीए अध्यक्ष यशपाल रावत, बीडीसी सदस्य आनंद रौथाण, पूर्व प्रधान मनोज नेगी, प्रधान प्रकाश रावत ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से सड़क का निर्माण अधर में लटका है। अधिकारी क़िलाधिकारी को गुमराह कर रहे हैं। 2018 में सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ, जिसमें दो किमी सड़क भी बनकर तैयार नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि अब ग्रामीण सड़क को लेकर आर-पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं।वहीं धरना स्थल पर समर्थन देने पहुँचे उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि जब तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीँ हो जाता, वह इस लड़ाई में स्थानीय लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले कि आंदोलन उग्र रूप ले, लोक निर्माण विभाग को जल्द निर्माण कार्य शुरू करना चाहिए। जिला प्रशासन को ग्रामीणों के आंदोलन को गंभीरता लेना चाहिए।
महिला मंगल दल अध्यक्ष अध्यक्ष सुनीता देवी, रेखा देवी, सुषमा देवी, माहेश्वरी देवी, शंकर रौथाण, केदार नेगी, दीपक नेगी, प्रवीण नेगी ने कहा कि वर्ष 2008 में डडोली-डोभा मोटरमार्ग की स्वीकृति मिली थी और वर्ष 2018-19 में इस मोटरमार्ग का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। स्थिति यह है कि इस मोटरमार्ग को आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है। स्थानीय लोग कई बार प्रशासन और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर चुके हैं, लेकिन कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं हो पाई है। पीढियां पीठ पर बोझा ढोते-ढोते उम्र गुजार चुके हैं। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को आज भी तीन किमी पैदल चलना पड़ता है। किसी व्यक्ति के बीमार होने पर उसे चारपाई में लिटाकर अस्पताल पहुँचाना पड़ता है। इंटर कॉलेज की बिल्डिंग का निर्माण कार्य भी सड़क न होने से शुरू नहीं हो पा रहा है। मटीरियल ढुलान में लागत अधिक आने से ठेकेदार ने हाथ खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अब यह आंदोलन तभी खत्म होगा, जब सड़क निर्माण का कार्य शुरू होगा।
