रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड मातृ शिशु एवं परिवार कल्याण महिला कर्मचारी संघ रुद्रप्रयाग की एक अहम बैठक गणपति वेडिंग प्वाइंट अगस्त्यमुनि में जिलाध्यक्ष दीपा नेगी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिलाओं ने कहा कि यू-विन व अनमोल पोर्टल पर डाटा ऑनलाइन कार्य की अधिकता व नेटवर्क समस्या होने के कारण आभा आईडी व आयुषमान कार्ड बनाने का कार्य हटाया जाए। अट्ठाईस दिन तक का चिकित्सा अवकाश पीएचसी व सीएचसी स्तर से ही स्वीकृत किया जाए। बैठक में स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के पद पर पदोन्नत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से एनम का कार्य कराने पर भारी रोष जताते हुए मांग की कि स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के पदों पर स्वास्थ्य कर्मियों से एनएम का कार्य न करवाया जाय। सीएचसी अगस्त्यामुनि में डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति की मांग की गई।

जनपद में उपकेंद्रों का क्षेत्रफल और जनसंख्या के अनुपात में नये ढंग से पुनर्गठित करने, जिला चिकित्सालय में स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला का पद सृजित करने, गोल्डन कार्ड बनाने, कोविड प्रोत्साहन राशि का भुगतान करने, पूर्व की भांति उपकेंद्रों को अनटाइड फंड देने की मांग की। सीएचसी व पीएचसी स्तर पर अधिकारी व कर्मचारियों के भाषा और व्यवहार पर स्वास्थ्य कर्मियों ने कड़ा एतराज जताते हुए मांग की कि उनके साथ सम्मानजनक भाषा व व्यवहार का प्रयोग किया जाए।

बैठक का संचालन जिला मंत्री दीपिका पंवार ने किया। बैठक के बाद संघ के पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष दीपा नेगी व मंत्री दीपिका पंवार के नेतृत्व में 13 सूत्रीय मांग पत्र मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपकर मांगों के निराकरण की मांग की। मुख्य चिकित्साधिकारी ने संघ के पदाधिकारियों को आस्वस्थ किया कि प्राथमिकता के आधार पर मांगों का निराकरण किया जायेगा। उन्होंने अपने सभी स्तर के अधिकारी व कर्मचारियों को नसीहत देते हुए कहा कि महिला कर्मचारी के साथ गरिमापूर्ण भाषा व व्यवहार किया जाय।

बैठक में भुवनेश्वरी चमोला, रेखा परमार रेखा, पंखोली, प्रेमा तिवारी, सरल पंवार, प्रभात देवी, रोशनी, माहेश्वरी, कांति देवी, मोहित, सुलोचना रावत, पूनम, संजू नौटियाल, ममता, छाया, सरोजनी देवी, यमुना बर्तवाल, राजेश्वरी रावत, विजय आर्य, ज्योति बुटोला, कुसुम कठैत, नीता मेवाल, बीना नेगी, कमल नेगी, अनामिका पुरोहित, उमा करासी, दर्शनी नेगी,सत्येश्वरी देवी, सुशीला असवाल, रूमा देवी आदि महिला स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थी।
