जिला योजना के तहत आवंटित धनराशि को समय से व्यय करें: डीएम
लक्ष्य पूर्ण करने वाले विभागों को दी जाएगी व्यय नहीं कर रहे विभागों की धनराशि,
31 दिसंबर तक विभागों द्वारा आवंटित धनराशि खर्च नहीं करने पर वापस ली जाएगी
रुद्रप्रयाग। वित्तीय सत्र आधा बीत जाने के बाद भी जिला योजना से आवंटित धनराशि खर्च न करने वाले विभागों पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जिला योजना की विभागवार समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार ने ऐसे सभी विभागों को फटकार लगाते हुए आवंटित धनराशि विभागों द्वारा तय लक्ष्यों के सापेक्ष खर्च करने के निर्देश दिए। वहीं कार्य पूर्ण होने पर उपयोगिता प्रमाण पत्र भी अनिवार्य रूप से अर्थ एवं संख्या कार्यालय को उपलब्ध करने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान अपेक्षानुसार जिला योजना के अंतर्गत आवंटित धनराशि खर्च न करने वाले विभागों को हिदायत दी कि जिन भी विभागों द्वारा 31 दिसंबर तक जारी धनराशि खर्च नहीं किया जाएगा। ऐसे विभागों को अवमुक्त धनराशि वापस ले ली जाएगी। धनराशि ऐसे विभागों को आवंटित की जाएगी, जिन विभागों को बजट की आवश्यकता होगी। ऐसी स्थिति में बजट खर्च न करने वाले संबंधित विभागीय अधिकारियों की जवाबदेही भी तय की जाएगी। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों के लिए जो भी धनराशि आवंटित है उसका लाभ आम जनमानस को पहुंचाने के लिए समय पर बजट खर्च करें। ऐसे विभाग जिनका बजट अभी पूर्ण खर्च नहीं हुआ एवं नए बजट की मांग कर रहे हैं, उन्हें पहले पूर्व में जारी बजट खर्च करने के निर्देश दिए। जिन विभागों द्वारा निर्गत धनराशि का व्यय कर लिया गया है उसका उपयोगिता प्रमाणपत्र जिला अर्थ एवं संख्या कार्यालय को उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी अनीता पंवार, परियोजना अधिकारी विमल कुमार, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संदीप भट्ट, अपर जिला संख्याधिकारी सतेंद्र सैनी, जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र चौधरी, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुंसाई, जिला सहायक निबन्धक रणजीत सिंह राणा, महाप्रबंधक उद्योग केंद्र महेश प्रकाश सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।




