नारायण भगवान ने फल वितरित कर दिया भक्तों को आशीष
रुद्रप्रयाग। मुख्यालय स्थित पुनाड़ पांडव चैक में बीते 6 दिसम्बर से चल रही पांडव लीला का रविवार को मोर डाली कौथीग (फलों से लदा चीड़ का पेड़) के साथ समापन हो गया। इस मौके पर मुख्यालय के साथ ही आस-पास के गांवों से करीब एक हजार श्रद्धालुओं ने इस धार्मिक महायज्ञ में भाग लिया। भगवान श्रीकृष्ण ने मोर डोली से भक्तों को फल के रूप में प्रसाद वितरित किया।
रविवार को सुबह पूजा अर्चना के साथ पांडव समिति के सदस्यों द्वारा जंगल से चीड़ का पेड़ लाया गया जिसे पांडव चैक में पूजा अर्चना के बाद स्थापित किया गया। मोरी डाली को अनेक फलों से सजाया गया। पांडवों द्वारा इस डाली की पूजा की गई। जबकि इसके बाद पांडवों द्वारा अस्त्र शस्त्र के साथ नृत्य किया। इस बीच स्थानीय देवी देवता अवतरित हुए। बड़ी संख्या में भक्तों के बीच भगवान श्रीकृष्ण के सम्मुख अनेक गांवों के लोगों द्वारा थाली पूजा (स्थानीय बोली में छाबड़ी) लगाई गई। अंत में भगवान कृष्ण भक्तों को आशीष देते हुए मोरी डाली में चढ़े ओर भक्तों को फल के रूप में प्रसाद देने लगे। इस रोमांचित, मार्मिक, भावुक और धार्मिक भावनाओं के दृश्य के बीच भक्तों में जोरदार उत्साह देखा गया। सभी पांडवों द्वारा पांडाल में मौजूद भक्तों को प्रसाद देकर इस धार्मिक अनुष्ठान का समापन हुआ। पांडव एवं शिव समिति के अध्यक्ष प्रकाश भारती ने इस आयोजन की सफलता के लिए पूरी समिति के साथ ही नगर की जनता का आभार जताया।
जवाड़ी गांव में पांडव लीला संपंन
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग से सटे जवाड़ी गांव में भी पांडव लीला का समापन हो गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में भक्तों ने पांडव पश्वाओं से आशीर्वाद लिया। भगवान कृष्ण द्वारा भक्तों को प्रसाद वितिरित किया गया। जवाड़ी के साथ ही आसपास से बड़ी संख्या में दर्शकों ने इस धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया।
