सामाजिक समरसता से ही आगे बढ़ेगा समाजः उक्रांद
बाबा साहेब के विचारों को लेकर चल रहा है उक्रांद
आंबेडकर की पुण्य तिथि पर सुमाड़ी में सामाजिक समरसता विषय पर गोष्ठी का अयोजन
रुद्रप्रयाग। संविधान निर्माता, समाज सुधारक, भारत रत्न डाॅ भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से सामाजिक समरसता विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर बाबा साहेब श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।
लकी वेडिंग पॉइंट सुमाड़ी (तिलवाड़ा) में आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के ब्लॉक उपाध्यक्ष मंगत लाल खत्री ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर एक महान व्यक्ति थे, जिन्होंने संविधान को बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि भीमराव अंबेडकर जीवन भर अनुसूचित जाति वर्ग के साथ ही महिलाओं, किसानों, मजदूरों, कमजोर वर्ग के लिए लड़ते रहे और उनका हमेशा से ही एक प्रयास था कि संविधान में रहकर किस तरीके से निम्न लोगों की मदद की जा सके। उक्रांद जिलाध्यक्ष राजेन्द्र नौटियाल ने कहा कि डॉ आंबेडकर ने समानता और एकता का जो संदेश देशवासियों को दिया उसी वजह से आज पूरा राष्ट्र एकता के अटूट सूत्र से बंधा है। हम सभी को सामाजिक समरसता कायम करने में भूमिका निभानी चाहिए। उक्रांद के केंद्रीय सचिव गजपाल रावत, केंद्रीय सचिव पृथ्वीपाल रावत, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य कल्याण पुंडीर ने कहा कि आंबेडकर ने अपना जीवन दबे-कुचले लोगों के उत्थान में लगा दिया। उनसे प्रेरणा लेकर देश व समाज को सही दिशा दी जा सकती है। उक्रांद ब्लॉक अध्यक्ष कमल रावत ने कहा कि डॉ आंबेडकर ने दलित, महिला और श्रम के खिलाफ सामाजिक भेदभाव को खत्म करने के लिए अभियान चलाए थे।

उन्होंने समाज सुधार कार्य के साथ ही पुरुष प्रधान समाज के खिलाफ महिलाओं के अधिकार से जुड़े कार्य भी किए थे। जो महिला को सश्कत बनाने में काफी मददगार रही। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उक्रांद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत चैहान ने कहा कि आज हमारे समाज को बाबा साहेब के मार्ग पर चलना होगा। आज संविधान खतरे में है। संवैधानिक संस्थाओं पर चोट की जा रही है। पूंजीपतियों के हवाले देश को गिरवी रखा जा रहा है। कार्यक्रम संयोजक उक्रांद युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि सामाजिक समरसता स्थापित करने से ही समाज प्रगति कर सकता है। जातिगत भेदभाव और छुआछूत को जड़ से समाप्त कर प्रेम और सौहार्द का वातावरण तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब उनके प्रेरणास्रोत हैं। उत्तराखंड क्रांति दल बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने न्याय, अहिंसा और समानता का जो सपना देखा था, उसे हम सभी मिलकर पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में दलित उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं। चंपावत में हुई दलित की हत्या के मामले में उन्होंने कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की है। इस मौके पर उक्रांद के युवा महामंत्री हिमांशु रावत, ब्लॉक कोषाध्यक्ष मुकेश बिष्ट, संदीप बिजवान, दिनेश लाल, बरदेई देवी, राजमोहन टम्टा, हिमांशु राठौर, आशा देवी, मुन्नी देवी, सहित अन्य कई लोग मौजूद थे।