बाईपास निर्माण को लेकर व्यापारियों ने फंूका आंदोलन का बिगुल
सकारात्मक कार्यवाही नहीं होने पर व्यापार मंडल अगस्त्यमुनि ने लिया आर-पार का निर्णय
नोटिस के बाद बाजारों से स्वयं हटाना शुरू किया अतिक्रमण
अगस्त्यमुनि। अगस्त्यमुनि-बेड़ूबगड़ बाईपास निर्माण को लेकर व्यापार मंडल अगस्त्यमुनि ने अब आर पार की लड़ाई लड़ने का फैसला कर लिया है। व्यापार मण्डल अगस्त्यमुनि ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर एक सितम्बर तक बाईपास निर्माण पर कोई सकारात्मक कार्यवाही प्रारम्भ नहीं किये जाने पर दो सितम्बर से आन्दोलन को गति देने के साथ ही बाजार बन्द कर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
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वहीं नोटिस के बाद व्यापारियों ने स्वयं अतिक्रमण हटाना भी शुरू कर दिया है। व्यापारियों ने कहा कि कई वर्षों से व्यापार कर रहे व्यापारियों को जबरदस्ती हटाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि यहां पर बाई पास का निर्माण हो जाता तो व्यापारियों को हटाने की कार्यवाही नहीं करनी पड़ती। व्यापारियों ने कहा कि एक सितम्बर तक बाईपास पर कोई फैसला नहीं होता तो दो सितम्बर को विरोध में पूरा बाजार बन्द कर आक्रोश रैली निकाली जायेगी। जिसके बाद व्यापारियों का क्रमिक अनशन प्रारम्भ होगा। आगे आमरण अनशन, चक्का जाम तथा उग्र आन्दोलन भी होगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
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दरअसल, अतिक्रमण को लेकर उच्च न्यायालय के आदेश पर पूरे प्रदेश में हटाने का अभियान चल रहा है। अगस्त्यमुनि में भी 40 से अधिक व्यापारियों को अतिक्रमण हटाने का नोटिस मिला है। जिसके बाद से यहां के व्यापारियों में हड़कंप मचा है। व्यापारियों का मानना है कि यहां स्वीकृत बाईपास का निर्माण हो जाए तो यातायात व्यवस्था सुचारू हो जायेगी तथा अगस्त्यमुनि बाजार के व्यापारियों को हटाना नहीं पड़ेगा। यहां बताते दें कि चार धाम परियोजना के अन्तर्गत अगस्त्यमुनि से बेड़ूबगड़ तक बाई पास निर्माण की स्वीकृति मिली थी। जिस पर 70 प्रतिशत से अधिक कार्य हो चुका है, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा हिल कटिंग पर रोक लगाने के चलते इस बाईपास निर्माण पर भी रोक लगाई गई है। बाईपास संघर्ष समिति के अध्यक्ष शत्रुध्न नेगी ने बताया कि सरकार ने इस बाईपास की उचित पैरवी नहीं की है। क्योंकि इस सड़क पर अधिकांशतः नाप खेत की भूमि है और उन्हें मुआवजा दिया जा चुका है। जो थोडा बहुत वन भूमि है, वहां पहले से ही कटिंग की जा चुकी है। जिसके बाद अब इस बाईपास को बनने में कोई अड़चन नहीं है। वहीं व्यापार संघ ने भी पहल करते हुए अतिक्रमण की जद में आये व्यापारियों से सड़क पर हुए अतिक्रमण को स्वयं हटाने का अनुरोध किया था, जिसके बाद कई व्यापारियों ने स्वयं ही अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही भी प्रारम्भ कर दी। ज्ञापन में व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट, महामंत्री त्रिभुवन नेगी, कोषाध्यक्ष मनोज चैहान, जिला महामंत्री मोहन रौतेला, बाई पास निर्माण समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी, भूपेन्द्र राणा, विजय बंगरवाल आदि के हस्ताक्षर हैं।
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