ध्वस्तीकरण के नये नोटिस से व्यापारियों में भारी रोष
प्राकृतिक व सरकारी आपदा से ग्रसित हैं अगस्त्यमुनि के व्यापारी
अगस्त्यमुनि-बेड़ूबगड़ बाईपास निर्माण संघर्ष समिति ने लिया उच्च न्यायालय में अपना पक्ष रखने का निर्णय
अगस्त्यमुनि। अगस्त्यमुनि बेड़ूबगड़ बाईपास निर्माण की मांग और अतिक्रमण के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न के विरोध में बाईपास निर्माण संघर्ष समिति एवं व्यापार संघ का धरना दसवें दिन भी जारी रहा। वहीं अतिक्रमण को लेकर एनएच विभाग की ओर से नये चिह्नित व्यापारियों एवं भवन स्वामियों को नोटिस मिलने से व्यापारियों में भारी रोष बना हुआ है। ऐसे में संघर्ष समिति ने उच्च न्यायालय में अपना पक्ष रखने का निर्णय लिया है। जिसके लिए संसाधन जुटाने पर सहमति बनी।
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धरनास्थल पर हुई बैठक को संबोधित करते हुए बाईपास निर्माण संघर्ष समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न नेगी ने कहा कि व्यापारी अपनी मांगों को लेकर आन्दोलित हैं, मगर शासन-प्रशासन के कानों पर जूं भी नहीं रेंग रहा है। एक ओर से मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि किसी को उजाड़ा नहीं जायेगा। वहीं एनएच द्वारा नये सिरे से ध्वस्तीकरण के नोटिस दिए जा रहे हैं। ये सरकार का दोगलापन है। व्यापारी इसका पुरजोर विरोध करेंगे। संघर्ष समिति के संयोजक मोहन रौतेला ने कहा कि सरकार व्यापारियों को उजाड़ने पर तुली है। अगस्त्यमुनि के व्यापारी 2013 से कभी प्राकृतिक आपदा से ग्रस्त हैं तो कभी सरकारी आपदा से ग्रसित हैं। 2013 में केदारघाटी की आपदा से व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हुआ, फिर नोटबंदी एवं कोरोना से भारी नुकसान उठाना पड़ा। अब धीरे-धीरे व्यवसाय पटरी पर आ रहा था, मगर सरकार द्वारा अतिक्रमण के नाम पर फिर से उत्पीड़न की कार्यवाही की जा रही है।
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व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन बिष्ट ने कहा कि अब समय आ गया है कि हमें एकजुटता से इसका विरोध करना है। अन्यथा न व्यापार रहेगा न व्यापारी। पूर्व संयुक्त शिक्षा निदेशक रमेश प्रसाद चमोला ने कहा कि आन्दोलन को गति देने के लिए अदालत में भी जाना पड़ेगा, केवल धरना प्रदर्शन से कुछ नहीं होगा। इसके लिए सभी व्यापारियों एवं भवन स्वामियों को सहयोग राशि भी देनी होगी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को अनावश्यक तोड़ फोड़ न करने के आदेश दिए हैं तो एनएच विभाग कैसे नोटिस दे रहा है। इस संबंध में संघर्ष समिति का एक शिष्टमण्डल एनएच के अधिशासी अभियन्ता से मिलकर वार्ता करेगा। आवश्यक हुआ तो आंदोलन को गति प्रदान करने के लिए जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन, चक्काजाम आदि के लिए भी तैयार रहना होगा।
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सर्व सम्मति से निर्णय हुआ कि एक शिष्टमण्डल एनएच के अधिशासी अभिन्ता से मिलकर वार्ता करेगा। उसके बाद मंगलवार को फिर से बैठक का आयोजन कर आगे की रणनीति बनाई जायेगी। बैठक का संचालन व्यापार संघ महामंत्री त्रिभुवन नेगी ने किया। इस अवसर पर विजय बंगरवाल, मो उस्मान, भगवती नेगी, एस एस नेगी, वीरेन्द प्रसाद, वीरपाल चैहान, आशू रावत, प्रकाश पंवार, कुन्दन नेगी, विनीत नेगी, वीरेन्द्र नेगी सहित बड़ी संख्या में व्यापार मौजूद रहे।
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