विनायक धार में फिर एक बार भरभराकर टूटा पहाड़
अगस्त्यमुनि थाने से मात्र 50 मीटर की दूरी पर टूटी पहाड़ी
पैदल चल रहे लोगों ने भागकर बचाई अपनी जान
करीब सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद खुला राजमार्ग
अगस्त्यमुनि। नगर क्षेत्र अगस्त्यमुनि में थाने से मात्र 50 मी की दूरी पर पिछले विनायक पहाड़ी एक बार फिर से भरभराकर टूट गई। इस दौरान वहां से पैदल चल रहे लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। इस दौरान एनएच पर दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। सात घंटे बाद यहां पर आवाजाही हो पाई। इस स्थान पर अभी भी भूस्खलन होने की पूरी सम्भावनायें हैं। यदि इसका पूरी तरह ट्रीटमेंट नहीं किया गया तो जान माल का नुकसान हो सकता है। आॅल वेदर रोड़ कटिंग के बाद से विनायकधार में लगातार बोल्डरों का गिरना जारी है।
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मंगलवार सुबह 8 बजे के आस-पास अचानक एकबार फिर से विनायक पहाड़ी से गिरे बड़े-बड़े बोल्डर ने केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बाधित कर दिया। राजमार्ग के दोनों तरफ वाहन फंस गए। हालांकि जेसीबी से मार्ग खोलने की कोशिश की की गई, मगर यह नाकाफी रहा। जिसके बाद रुद्रप्रयाग से बड़ी मशीन मंगाई गई।
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मशीन आने के बाद कार्य में तेजी आई और सांय तीन बजे यातायात बहाल हो पाया। वहीं सड़क अवरूद्ध होने से यात्री गण को दो किमी पहाड़ी पर चढ़कर आवाजाही कर रहे हैं। विनायकधार में खिसक रहे बोल्डर किसी बड़े हादसे का अंदेशा बन सकते हैं। यह स्थान एकदम तीखे मोड़ पर है, जिससे एकदम दिख नहीं पाता है और काफी खतरनाक हो जाता है। ऑलवेदर रोड़ की कटिंग होने से पूर्व इसी स्थान पर एक बस के ऊपर पेड़ गिरने से पांच लोंगो की मौत हो गई थी। ऑलवेदर रोड़ बनने के बाद पहाड़ी की ओर सुरक्षा दीवार न बनने से कमजोर पहाड़ बरसात के अलावा भी भरभराकर टूट रहे हैं। जो किसी भारी हादसे का सबब बन सकते हैं। इसी वर्ष बरसात में यह दो तीन बार टूट चुका है। इस जगह की संवेदनशीलता को देखते हुए इस स्थान पर शीघ्र ट्रीटमेंट किया जाना चाहिए।
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