वैकल्पिक मार्ग निर्माण को लेकर विधायक ने दिए अधिकारियों को निर्देश
गंगानगर में सड़क पूरी तरह ध्वस्त होने से एनएच से कटा 80 गांवों का संपर्क
मीलों की दूरी नापकर स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच रही गर्भवती महिलाएं
अगस्त्यमुनि। पिछले दिनों भारी बरसात के कारण गंगानगर से बसुकेदार तथा तिमली बड़मा पट्टी को जोड़ने वाली सड़क पूरी तरह से वाॅश आउट हो गई, जिसकी वजह से जखोली एवं बसुकेदार तहसील के लगभग 80 गांवों का सम्पर्क राष्ट्रीय राजमार्ग से पूरी तरह से कट गया है। यहां के ग्रामीणों को लगभग 100 किमी का अतिरिक्त सफर कर जिला मुख्यालय आना पड़ रहा है, जिससे समय के साथ ही धन का अधिक व्यय हो रहा है। वहीं बीमार एवं गर्भवती महिलाओं को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। इन ग्रामों में राशन, रसोई गैस आदि की भारी किल्लत होने लगी है।

जनता की परेशानियों को देखते हुए केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने गंगानगर में पीडब्ल्यूडी, वन विभाग, एलएण्डटी और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर तुरंत वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। विधायक केदारनाथ ने क्षेत्र के विभिन्न क्षतिग्रस्त मोटरमार्गों को खोलने और बरसात समाप्त होने पर इनको व्यवस्थित करने के साथ लापरवाही ना बरतने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए। जिसके बाद विभाग ने फलई ग्राम पंचायत के ग्रामीणों से धरातल पर वार्ता कर वैकल्पिक मार्ग बनाने पर सहमति बनाई। लोनिवि ऊखीमठ ने वन विभाग को चिठ्ठी लिखकर संयुक्त निरीक्षण के लिए तिथि निर्धारित करने को कहा है। अब वैकल्पिक मार्ग को लेकर आशा बंधने लगी है। निकट भविष्य में इस पर कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि यह केवल वैकल्पिक मार्ग होगा। उन्होंने कहा कि नदी का जल स्तर कम होते ही मुख्य मार्ग का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जायेगा। इसके लिए लोनिवि को आंगणन बनाने को कहा गया है। वहीं लोनिवि ने वही बाँसवाड़ा बस्टी मोटरमार्ग में पुल पर हल्के वाहन के लिए रास्ता खोल दिया है। इस दौरान उनके साथ क्षेपंस सावन नेगी, पूर्व प्रधान फलई महेन्द्र सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता काली चरण रावत, अनूप सेमवाल आदि मौजूद रहे।
