डायट रतूड़ा में पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
सीईओ, शिक्षक एवं नव प्रवेशी प्रशिक्षुओं ने किया 85 पौधों का रोपण
रुद्रप्रयाग। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा में मुख्य शिक्षा अधिकारी, पर्यावरण प्रेमी एवं संस्थान के शिक्षकों, नव प्रवेशी प्रशिक्षुओं ने पौधारोपण किया। इस मौके पर अनेक प्रजाति के करीब 85 पौधों का रोपण किया गया। साथ ही सभी ने मिलकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।

शिक्षक एवं पर्यावरण प्रेमी सतेंद्र भंडारी की पहल पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं डायट के प्राचार्य विनोद कुमार सिमल्टी के निर्देशन में संस्थान के शिक्षक एवं प्रशिक्षुओं ने वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। संस्थान परिसर के साथ ही इसकी सीमा में 50 शोभादार, 30 अशोक एवं 15 फाईकस के पौधों का रोपण किया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में डायट के प्राचार्य के कुशल नेतृत्व में विद्यालयों को हाइटेक करने के उद्देश्य से शिक्षक सतेंद्र भण्डारी की पहल को नव प्रवेशी बच्चों के नाम पर पौध रोपण की मुहिम को जोड़ा गया। उन्होंने प्रशिक्षुओं के नाम पर संस्थान परिसर में शोभादार पौधों का रोपण किया, जिसकी जिम्मेदारी प्रत्येक प्रशिक्षु हो दी गई हैं।

डायट के प्राचार्य विनोद सिमल्टी ने कहा कि पौधारोपण आज की महत्वपूर्ण जरूरत बन गई है। प्रत्येक व्यक्ति को पौध रोपण करने के साथ ही रोपित पौधों कि सुरक्षा की जिम्मेदारी लेनी होगी, ताकि प्रकृति का संतुलन बना रहे। वर्तमान समय में बेहतर स्वास्थ्य ही एक अच्छे नागरिक का निर्माण कर सकता है। इसके लिए जरूरी है कि हर व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। प्रकृति को हरा भरा बनाने में अपना सहयोग करे। कहा कि बीते वर्ष शिक्षक सतेंद्र भंडारी के सहयोग से संस्थान में सभी ने मिलकर दस अशोक और आठ मोरपंखी के पौधे लगाए। उन्होंने शिक्षक भंडारी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर उप प्राचार्य हरि बल्लभ डिमरी, विनोद कुमार यादव, आनंद सिंह जगवाण, डॉ गुरु प्रसाद सती, इंदुकांता, विजय चैधरी, मानविरेंद्र बर्तवाल, प्रशिक्षु आयुष भट्ट, अमित पड़ियार, संदीप कुमार, मयंक गिरी, आरजू शुक्ला, प्रीती देवी, प्रज्ञा आदि मौजूद थे।








