कपिल के लिए फरिश्ता बनकर पहुंचे शिक्षक त्रिलोक सिंह
अगस्त्यमुनि-पठालीधार मार्ग पर गंगानगर से कुछ दूरी पर हुआ मैक्स हादसा,
अगस्त्यमुनि। अगस्त्यमुनि-पठालीधार सड़क मार्ग पर गंगानगर से महज तीन सौ मीटर दूर अचानक एक मैक्स वाहन अनियंत्रित होकर सड़क के पैराफिट को तोड़ते हुए मंदाकिनी नदी में जा गिरा। गाड़ी गिरने की जोरदार आवाज से नदी पार जवाहरनगर मोहल्ले में रहने वाले शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण घर से बाहर निकल आए। नदी के पानी में समायी मैक्स की हेड लाइट जलती दिखी। आनन-फानन में नदी की ओर दौड़े। इस छोर पर पानी की बहाव तेज था तो दूसरे किनारे से दुर्घटना वाली जगह पर जाने का निर्णय लिया। अपने बेटे को 100 नंबर डायल करने को कहकर पड़ोसी शिक्षक विक्रम सिंह झिंक्वाण और होटल मालिक दुर्गेश कंडारी को लेकर गंगानगर होते हुए दुर्घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े।
सड़क से नदी की ओर जाने के लिए रास्ता नहीं था, लेकिन घास-फूस पकड़कर जान हथेली पर रख शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण गाड़ी के पास पहुंचे। उन्हें आया देख गाड़ी में फंसे शख्स जोर से बचाओ, बचाओ चीखना शुरू कर दिया। जगवाण ने बताया कि उन्होंने नदी में जाकर मैक्स में फंसे शख्स को किसी तरह बाहर खींचा। उसकी कमर में चोट लगी थी और ठंडे पानी में अधिक देर तक रहने से बुरी तरह से कांप रहा था। मैक्स चालक के लिए शिक्षक त्रिलोक सिंह जगवाण फरिश्ता बनकर ही पहुंचे। थोड़ी भी देर होती तो ड्राइवर गहरी चोट और ठंडे पानी में रहने से हादसे का शिकार बन सकता था। वाहन चालक को सुरक्षित बाहर निकालने के कुछ देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाद में पुलिस दल ने चालक को हास्पिटल पहुंचाया। वाहन चालक की पहचान ग्राम सिल्ला बमणगांव निवासी कपिल के रूप में हुई है। इस हादसे में उसे गहरी चोट लगी है, लेकिन इस भीषण हादसे में वह बाल-बाल बच गया। ग्राम कंडारा निवासी 51 वर्षीय त्रिलोक सिंह जगवाण वर्तमान में राजकीय इंटर कॉलेज चंद्रापुरी में जीव विज्ञान प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं।