रोहित को मिला गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष का दायित्व
गायों के संरक्षण को लेकर कार्य करेगा गौ रक्षा विभाग
रुद्रप्रयाग। विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) ने युवा पत्रकार रोहित डिमरी को रुद्रप्रयाग जिले की कमान सौंपी है। गौ रक्षा विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष थानापति मणि महेश गिरी महाराज ने सभी पदाधिकारियों की सहमति के बाद नियुक्ति पत्र जारी किया है। जिले में आवारा घूम रही गायों के संरक्षण को लेकर गौ रक्षा विभाग कार्य करेगा। इसके साथ ही पशु क्रूरता के खिलाफ भी आवाज उठायेगा। सभी युवाओं, बुजुर्गो एवं महिलाओं को इस अभियान से जोड़ने का कार्य भी किया जायेगा।
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गौ रक्षा विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष थानापति मणि महेश गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) के सभी पदाधिकारियों की सहमति के बाद युवा पत्रकार रोहित डिमरी को रुद्रप्रयाग जिले में जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि जिले के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में आवारा घूम रही गायों के संरक्षण को लेकर गौ रक्षा विभाग कार्य करेगा। इसके साथ ही स्थानीय लोगों की भी इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। कहा कि हर जगह देखने को मिल रहा है कि लोग अपनी गायों का उपयोग करने के बाद उन्हें शहरों में छोड़ देते हैं और फिर इन गाय वाहनों के आगे आकर, कभी जाम की समस्या के साथ ही अन्य परेशानियों को खड़ा कर देते हैं। ऐसे में इन गायों का संरक्षण किया जाना जरूरी है। इसके लिए गौ रक्षा विभाग की ओर से जिला प्रशासन और सरकार से सहायता लेकर कार्य किया जायेगा। जिन-जिन शहरों और ग्रामीण इलाकों में आवारा गाय घूम रही हैं, उन क्षेत्रों में गौशालाओं का निर्माण कराये जाने का प्रयास किया जायेगा। इसके अलावा इन गायों की रक्षा को लेकर एक मुहिम छेड़ी जायेगी। लोगों को जागरूक करने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि युवा पत्रकार रोहित डिमरी को जिलाध्यक्ष की कमान सौंपे जाने के साथ ही महामंत्री भूपेन्द्र जगवाण व कोषाध्यक्ष का दायित्व संदीप कप्रवाण को सौंपा गया है। वहीं जिलाध्यक्ष की कमान सौंपे जाने पर रोहित डिमरी ने कहा कि गौ रक्षा विभाग गायों के संरक्षण के लिए सभी को साथ लेकर कार्य करेगा। इसमें सभी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने कहा कि बाजारों में घूम रही आवारा गायों के कारण कई समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। ऐसे में जरूरी है कि खाली पड़ी बंजर जमीनों पर इनके लिए एक स्थान तय किया जाए। उन्हेांने कहा कि गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है और इनके संरक्षण को लेकर कार्य करने की जरूरत है।
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