भगवन नाम का उच्चारण ही मन को पवित्र करने का उपाय – आचार्य पीयूष चौकियाल
रूद्रप्रयाग। दशज्यूला नागपुर पट्टी के गांव चोपड़ा के प्रसिद्ध नारायण(विष्णु) मन्दिर के श्रीमद्भागवत कथा के पाँचवे दिन की कथा का शुभारंभ करते हुए ब्यासपीठ पर विराजमान आचार्य पीयूष चौकियाल ने कहा कि सनातन धर्म के पथ प्रदर्शकों में भगवान राम तथा कृष्ण ने दया, सहृदयता तथा जीव के कल्याण के लिए काम करते हुए, मानव कल्याण के लिए प्रेम, शान्ति तथा सहयोग की शिक्षाओं दी हैं। उन्होंने कहा कि यह भी उन्ही की शिक्षा है कि अधर्म का नाम और अधर्मियों को भी धर्म के रास्ते पर चलने के लिए शिक्षा देने के साथ प्रेरित भी किया जाय। उन्होंने कहा कि कलयुग में मानव मन को पवित्र करने का सर्वश्रेष्ठ उपाय भगवत कथा का वाचन और श्रवण के साथ पुराणों में दी गई सीख को जीवन में उतारना है। कथा के मुख्य आयोजक पं० सन्तोष चौकियाल ने बताया कि नारायण मन्दिर के सेवक स्वर्गीय रामदास जी उड़ीसा के मूल निवासी थे। उन्होंने आज से 45वर्ष पूर्व चोपड़ा पहुंच कर इस स्थान की दिव्यता के कारण यहां जीवन बिताने का निश्चय किया।

निरंतर 40वर्षो तक श्रीनारायण जी का पूजन – अर्चन, एक दिन भी बिना रूके करने वाले ऐसे दिव्य संत निरंतरता के साथ किया,ऐसे दिव्य संत की स्मृति के साथ मानव कल्याण की भावना के साथ इस यज्ञ का आयोजन सभी चौकियाल बंधुओं के साथ साथ सभी चोपड़ा, गीड़ ग्रामवासियों द्वारा किया जा रहा है। सप्त दिवसीय इस कथा ज्ञान यज्ञ के प्रधान आचार्य प० बृजमोहन त्रिपाठी, प० प्रकाश चन्द्र त्रिपाठी, प० विश्वनाथ त्रिपाठी की देखरेख में चल रहे इस आयोजन में दूर दूर से सनातन धर्मावलम्बियों का निरंतर आगमन कथा स्थल पर हो रहा है। आज भी समाचार लिखे जाने तक निर्वाली, धारकोट, गीड़, चोपड़ा, सणगू, पाली,चापड़, गांधारी, टेमना, भटेरा, तोरियाल गांवों से हिन्दु धर्मावलंबियों का निरंतर आगमन जारी था। पंजाब सिंध क्षेत्र से आचार्य की उपाधि प्राप्त कर वृन्दावन पीठ से श्रीमद्भागवत कथावाचन की दीक्षा लेकर आचार्य पीयूष चौकियाल निरंतर क्षेत्र के लोकप्रिय कथावाचकों में प्रसिद्धि पा रहे हैं। हैं। कथा के आयोजन में समस्त चौकियाल बन्धुओं सहित पारिवारिक सहित बन्धु बान्धवों एवं ग्राम पंचायत चोपड़ा के निवासियों के निरंतर सहयोग से यह आयोजन सामूहिकता की मिशाल भी बन रहा है।कल के दिवस पर जल यात्रा आयोजन का आकर्षण रहेगा। कथा के आयोजन में ऑर्गन पर अनिल गैरोला, तबले पर भूपेन्द्र हटवाल सहित मिक्सर का काम देख रहे योगेन्द्र का सराहनीय सहयोग मिल रहा है।

इस अवसर पर कथावाचक आचार्य पीयूष चौकियाल के 101वर्षीय दादा राधा कृष्ण चौकियाल (सेवानिवृत्त तहसीलदार), रेखा चौकियाल, सुधा चौकियाल, सीमा चौकियाल,शशि बल्लभ चौकियाल,सत्येश्वर प्रसाद चौकियाल, सर्वेश्वर प्रसाद चौकियाल, रणजीत बुटोला, बीर सिंह सजवाण, मगनानंद सती, रितिक सजवाण, सुरजीत बुटोला, महिपाल सिंह बुटोला, दरमान सिंह बुटोला, सुरेन्द्र सिंह बुटोला, रमेश त्रिपाठी, आनंद सिंह बुटोला, नरेन्द्र सिंह बुटोला, डॉ०एस पी कण्डवाल,अयोध्या प्रसाद सती, (कर्णप्रयाग), विक्की खत्री, लक्ष्य सहित बड़ी संख्या मेंथा श्रद्धालु उपस्थित थे।
