आवेदन पत्रों पर शीर्ष प्राथमिकता से करें कार्यवाही: नरेश
विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक
रुद्रप्रयाग। मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार की अध्यक्षता में विकास भवन सभागर में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति (डीएलआरसी) की बैठक आयोजित की गई, जिसमें केंद्र व राज्य सरकार की ओर से संचालित स्वरोजगार परक योजनाओं की समीक्षा की गई।

सीडीओ ने बैंक प्रबंधकों को निर्देशित करते हुए कहा कि विभिन्न विभागों द्वारा बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए उपलब्ध कराए जा रहे आवेदन पत्रों पर शीर्ष प्राथमिकता से कार्यवाही करते हुए ऋण स्वीकृत किया जाए। किसी भी आवेदन पत्र में अनावश्यक रूप से आपत्ति न लगाई जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि यदि किसी आवेदन पत्र में किसी भी प्रकार की कोई कमी पाई जाती है, तो संबंधित विभाग एवं आवेदनकर्ता को कमी के निराकरण के लिए सूचित किया जाए। ताकि संबंधित की ओर से आपत्ति का निराकरण किया जा सके।

मुख्य विकास अधिकारी ने कृषि विभाग, पशुपालन, मत्स्य व डेयरी विभागों से कहा कि केसीसी कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित किया जाए तथा अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ उपलब्ध कराने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जिन बैंकों का सीडी रेस्यू कम है, वह इसमें सुधार लाने के लिए अधिक से अधिक लोगों को ऋण उपलब्ध कराएं।

बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक चतर सिंह ने विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 438 आवेदन पत्र विभिन्न बैंको को प्रेषित किए गए। जिनमें 205 आवेदन पत्र बैंको ने स्वीकृत किए हैं, जबकि 60 निरस्त किए गए हैं तथा 173 आवेदन पत्र लंबित हैं। बैठक में परियोजना निदेशक विमल कुमार, महाप्रबंधक उद्योग महेश प्रकाश, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र चौधरी, जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चैबे, किशन सिंह रावत निदेशक आरसेटी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुमार कुरील, विनोद कुमार गुप्ता लीड बैंक कार्यालय, श्रेयांस जोशी, मोहन कनवाल सहित विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।

