नगर पालिका क्षेत्र के पुनाड़ में पांडव नृत्य में उमड़ रहे श्रद्धालु
बड़ी संख्या में पहुंचकर लोग कर रहे पात्रों का उत्साहवर्धन
सेम और जवाड़ी गांव में पहुंच रहे प्रवासी एवं धियाणियां
रुद्रप्रयाग। नगर पालिका रुद्रप्रयाग के अन्तर्गत पुनाड़ पांडव चैक में चल रही पांडव लीला में पांडवों ने देर शाम तक अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्यकर दर्शकों को आनंदित किया। रविवार को सैकडों भक्तों ने पांडव चैक पहुंचकर पांडवों का आशीर्वाद लिया। पांडव नृत्य में प्रतिदिन दूर दराज क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर पात्रों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं। वहीं सेम व जवाड़ी भरदार में भी पांडवों के आशीर्वाद के लिए प्रवासी व धियाणियां पहुंच रही है।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2021/12/image_editor_output_image1791051614-1639308331819.jpg)
जिले के विभिन्न स्थानों पर इन दिनों पांडव नृत्य की धूम है। प्रतिदिन लोग पांडव नृत्य देखने के लिए पहुंच रहे है। पांडव लीला एवं शिव समिति पुनाड़ के तत्वाधान में गत छः दिसम्बर से पांडव नृत्य का आगाज शुरू हुआ था। रविवार को भी पांडवों ने नृत्य स्थल एवं देवताओं के आह्वान के साथ नृत्य शुरू किया। पांडवों ने अपने अस्त्र शस्त्रों के साथ ही नृत्य कर दर्शकों को खूब आनंदित किया। रविवार का अवकाश होने से पांडव लीला देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी हुई थी। गंगा स्थान के साथ 18 दिसम्बर को सिरोता एवं 19 दिसम्बर को पांडव लीला का समापन किया जाएगा। समिति के अध्यक्ष प्रकाश भारती, विजय कप्रवान, महेश चन्द्र डियून्डी, दिनेश चन्द्र सेमवाल, विक्रम कप्रवान, शैलेंद्र भारती, हरीश गिरी समेत कई लोग उपस्थित थे।
वहीं भरदार क्षेत्र के जवाड़ी में भी गत 21 नवम्बर से पांडवों नृत्य का आगाज शुरू हुआ था। प्रतिदिन रात्रि को चल रहे पांडव नृत्य में देवी देवताओं का आह्वान किया जा रहा है। प्रतिदिन पांडव नृत्य स्थल के साथ ही विनसर समेत कई देवताओं की पूजाएं की जा रही है। जिसके बाद देर रात्रि तक पांडव अस्त्र शस्त्रों के साथ नृत्य कर रहे हैं। पांडव नृत्य का देर रात्रि तक दर्शक लुफ्त उठा रहे है। पांडव लीला समिति के अध्यक्ष प्रकाश कप्रवाण एवं सुरेन्द्र कप्रवान ने बताया कि 16 दिसम्बर को पांडव गंगा स्नान करेंगे। जिसके बाद 18 दिसम्बर को सिरोता एवं 19 दिसम्बर को पांडव नृत्य का विधिवत समापन किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक धियाणियों एवं प्रवासी ग्रामीणों से पांडव नृत्य में पहुंचकर पांडवों का आशीर्वाद लेने की अपील की है। साथ ही ग्रामीणों से धार्मिक कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग करने की अपील की है। इसके अलावा भरदार पट्टी के सेम गांव में भी पांडव नृत्य चल रहा है, जिसे देखने के लिए प्रवासी गांव में पहंुच रहे हैं। यहां पांडव नृत्य का 16 दिसम्बर को समापन होगा।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2021/12/image_editor_output_image1791975135-1639308354401.jpg)