मां हरियाली को लगाया दूध की खीर का भोग
कांठा स्थित मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की गई पूजा-अर्चना
रुद्रप्रयाग। प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां हरियाली देवी के कांठा स्थित मंदिर में रक्षाबंधन के अवसर पर वैदिक मंत्रोचारण के साथ विशेष पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान विभिन्न गांवों से एकत्रित शुद्ध दूध की खीर का भोग मां हरियाली को लगाया गया। रक्षाबंधन पर मां को दूध की खीर का भोग लगाने की परम्परा सदियों से चली आ रही है।

रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर हरियाली मां के कांठा मंदिर में दूध के खीर का भोग लगाने की परम्परा है। गुरूवार को भी जसोली, कोदिमा, पावौ, घंडियलाका व ग्वेफड़ के ग्रामीणों ने सुबह तडके मां के कांठा मंदिर के लिए प्रस्थान किया। जिसके बाद लगभग 11 बजे ग्रामीण जसोली से सात किमी की पैदल दूरी तयकर मां के कांठा मंदिर पहुंचे, जहां पर पुजारी ने मां हरियाली की वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विशेष रूप से पूजा अर्चना कर हवन किया। इस दौरान विभिन्न गांवों से एकत्रित शुद्ध दूध व घी से ग्रामीणों ने हरियाली मां के लिए खीर तैयार कर उसका भोग लगाया गया। जिसके बाद वहां उपस्थित भक्तों ने इस खीर को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। हरियाली देवी मंदिर के पुजारी विजय जसोला ने बताया कि मां हरियाली के कांठा मंदिर में मां को दूध के खीर का भोग लगाया गया। यह परम्परा संदियों से चली आ रही है। जिसका निर्वहन इस बार भी किया गया। इस अवसर पर कलम सिंह, शंभू सिंह, देवेश सिंह, नरेन्द्र सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे।
