केदारनाथ यात्रा पड़ावों में पुलिस और आबकारी विभाग के संरक्षण में पल रहे शराब माफिया
अवैध शराब माफियाओं की मदद में लगे हैं यात्रा पड़ावों में तैनात जवान
हेलीकाॅप्टर से भी केदारनाथ धाम तक पहुंचाई जा रही अवैध अंग्रेजी शराब
पुलिस और आबकारी विभाग की लापरवाही से धार्मिक क्षेत्र हो रहे बदनाम
सरकार को कोस रहे देश-विदेश से धाम आ रहे श्रद्धालु
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा पड़ावों में शराब माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। यहां आसानी से शराब की बोतलें महंगे दामों में मिल रही हैं। शराब माफियाओं ने यात्रा मार्गो पर शराब पहुंचाकर आतंक मचाया हुआ है और पुलिस प्रशासन से लेकर आबकारी विभाग सोया हुआ है। जहां यात्रा मार्गो तक शराब पहुंचाने में शराब माफिया सफल साबित हो रहे हैं, वहीं हेलीकाॅप्टर से भी केदारनाथ धाम तक शराब पहुंचाने में भी ये लोग पीछे नहीं हैं। सूत्रों की माने तो यह सबकुछ पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से हो रहा है। बाबा के धाम में इतना बड़ा खेल चल रहा है, इसके बावजूद सरकार से लेकर शासन-प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है और शराब माफियाओं को संरक्षण देने में लगा है।

बता दें कि सालों से केदारनाथ यात्रा पड़ावों में शराब और मांस का व्यापार चल रहा है। जहां केदारनाथ यात्रा पड़ावों में शराब और मांस बेचने की शिकायतें आये दिन आती रहती हैं, वहीं केदारनाथ धाम में शराब पहुंचाने का कार्य किस तरह से हो रहा है, यह भी सामने आने लगा है। केदारनाथ यात्रा पड़ावों में शराब व्यापारी पुलिस व आबकारी विभाग की मिलीभगत से शराब पहुंचाने में लगे हैं, वहीं हेली कंपनियों में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर शराब माफिया अवैध तरीके से शराब पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। सूत्रों से यह भी पता चला है कि जिन शराब माफियाओं की पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ ही जवानों के साथ जान पहचान है, वे आसानी से धामों के पड़ावों तक शराब पहुंचाने में लगे हैं। यहां तक कि हेलीकाॅप्टर से भी केदारनाथ धाम तक शराब पहुंचाई जा रही हैं। वहीं जिन शराब माफियाओं के पुलिस से संबंध अच्छे नहीं हैं और जिनकी पहचान नहीं है। उन पर पुलिस व आबकारी विभाग आसानी से शिकंजा कस रहा है। उनकी धरपकड़ कर वाहवाही लूटी जा रही है, जबकि जिन माफियाओं को संरक्षण देकर बैरियरों से निकाला जा रहा है, उनका कोई रिकार्ड पुलिस व आबकारी विभाग के पास नहीं है।

शराब माफिया अवैध तरीके से शराब पहुंचाने में लगे है। अंग्रेजी शराब की दुकानों से जहां पांच सौ रूपये की बोतल मिलती है, वहीं केदारनाथ धाम में इसे बेचने पर सीधे तीन हजार तक मिल रहा है, जबकि एक हजार की बोतल सीधे चार हजार तक मिल रही है। ऐसे में शराब माफियाओं को मुंहमांगा दाम यात्रा पड़ावों में मिल रहा है और इन सब दोगुने और तिगुने दामों का हिस्सा पुलिस और आबकारी विभाग में बंट रहा है। साफ तौर देखा जाए तो पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से कुछ भी संभव नहीं है। सूत्र बताते हैं कि गौरीकुंड और सोनप्रयाग में अवैध शराब का धंधा जोरों पर चल रहा है। पुलिस के संरक्षण में यह सबकुछ हो रहा है।

आबकारी विभाग भी कभी सोनप्रयाग व गौरीकुंड में छापेमारी अभियान नहीं चला रहा है। यात्रा पड़ावों के अनुसार ही बोतलों के दाम लिये जा रहे हैं। जैसे अंग्रेजी शराब की दुकान में मिलने वाली पांच सौ रूपए की बोतल गौरीकुंड में पन्द्रह सौ से दो हजार तक की बिक जाती है और गौरीकुंड से आगे चलकर लिनचोली तक रेट सीधा पच्चीस सौ रूपए पहुंच जाता है और केदारनाथ धाम पहुंचकर यह रेट सीधा तीन हजार में बदल जाता है। सोनप्रयाग में पांच सौ की बोतल एक हजार से बारह सौ तक की मिल जाती है। बहरहाल, पुलिस और आबकारी विभाग की तमाम कोशिशों और दावों के बाद भी बेरोकटोक शराब केदारनाथ यात्रा पड़ावों में महंगे दामों में बेची जा रही है और हर कोई पुलिस और आबकारी विभाग का मजाक बना रहा है। वहीं देश-विदेश से यात्रा पर आये श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखण्ड से शर्मशार होकर जा रहे हैं और यहां की सरकार को जमकर कोस रहे हैं। वहीं मामले में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ यात्रा पड़ावों में अवैध शराब को लेकर पुलिस और आबकारी विभाग को सघन चैकिंग अभियान चलाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर अवैध तरीके से शराब बेची जा रही है, वहाँ की शिकायतें जिला प्रशासन तक पहुंचाए। मामला उनके संज्ञान में आने के बाद त्वरित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा जिन जवानों और कर्मचारियों की अवैध शराब बिकवाने में संलिप्तता पाई जाएगी, उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।

इस तरह पहुंचाई जाती है अवैध तरीके से अंग्रेजी शराब…..
रुद्रप्रयाग। शराब माफिया अवैध तरीके से केदारनाथ और तुंगनाथ यात्रा पड़ावों में शराब पहुंचाने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग के कर्मचारियों व जवानों से सांठ-गांठ किये हुए हैं। जब शराब माफियाओं के वाहन शराब लेकर निकलते हैं तो पहले ही सूचना बैरियरों तक पहुंचा दी जाती है। इसके बाद पुलिस और आबकारी विभाग के गठजोड़ से इन वाहनों की चैकिंग नहीं होती है और शराब माफिया केदारनाथ यात्रा पड़ावों में शराब पहुंचाने में लगे रहते हैं। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी एवं उक्रंाद जिला उपाध्यक्ष भगत सिंह चौहान ने कहा कि केदारनाथ यात्रा पड़ावों में अवैध तरीके से शराब पहुंचाई जा रही है, जिसमें पूरी तरह से आबकारी और पुलिस विभाग की मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि शराब माफियाओं का प्रदेश सरकार से लेकर शासन-प्रशासन तक गठजोड़ होने कारण इनका नेटवर्क काफी बड़ा है। यह एक ऐसी चैन है, जिसमें ऊपर से लेकर नीचे तक के कर्मचारी शामिल हैं। हर किसी का हिस्सा बंधा हुआ है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा पड़ाव के गौरीकुंड में नेपाली मूल के लोग कच्ची शराब बनाने का काम कर रहे हैं, जबकि शराब माफिया अवैध तरीके से अंग्रेजी शराब बेच रहे हैं। यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है। वे यहां से अच्छा संदेश लेकर नहीं जा रहे हैं।
