गोबर से बने दियो से जगमगाया कोटेश्वर महादेव मंदिर
दीपोत्सव में जल रहे दीये जलाए असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक: शिवानंद
नमामि गंगे के तहत कोटेश्वर महादेव मंदिर में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन
रुद्रप्रयाग। कोटेेश्वर महादेव मंदिर में नमामि गंगे के तहत राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग की ओर से गोबर से बनाये दीयो से दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कोटेश्वर मंदिर के महंत शिवानंद गिरी महाराज एवं विश्व अखाड़ा परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष थानापति मणि महेश गिरी ने किया। इस दौरान छात्रों को गंगा की अविरल व स्वच्छता को बनाये रखने की शपथ दिलाई गई।

जिला मुख्यालय से मात्र तीन किमी की दूरी पर स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर तट पर राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग के छात्रों ने दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान गोबल से बनाये दीयों से कोटेश्वर मंदिर तट को जगमग किया गया। साथ ही भगवान शंकर की गुफा को दीयों से रोशन किया गया। इस अवसर पर कोटेश्वर मंदिर के महंत शिवानंद गिरी महाराज ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति पहचान कराने को लेकर इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन जरूरी है। उन्होंने कहा कि गोबर से बनाये गये दीयों से कोई प्रदूषण नहीं होता है। ऐसे में जरूरी है कि सभी को गोबर के दीयों का प्रयोग करना चाहिए। गंगा तटो पर साफ सफाई करनी चाहिए। महाविद्यालय रुद्रप्रयाग के प्राचार्य आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि हमें गंगा को स्वच्छ व अविरल बनाने के लिए एकजुट होकर कार्य करना चाहिए। उन्हांेने कहा कि दीपोत्सव में जल रहे दीये असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक हैं। थानापति मणि महेश गिरी ने कहा कि गौ रक्षा को बढ़ावा देने के लिए पूजा में गोबर से बनी पूजन सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है।



































कहा कि गंगा संरक्षण को लेकर सभी को आगे की जरूरत है। कहा कि बिना गंगा के देश का अस्तिव खतरे में है। कहा कि गंगा हमारी माता है और हमंे उसको स्वच्छ रखने का प्रयास करना है। इस मौके पर महाविद्यालय रुद्रप्रयाग नमामि गंगे के नोडल अधिकारी डाॅ वीर विक्रम भारती, डाॅ पूजा रानी, डिप्टी रेंजर संतोष बड़वाल, पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र बद्री सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।

