रुद्रप्रयाग में अलकनंदा-मंदाकिनी नदियां उफान पर, मचाया कहर
खतरे के निशान को पार कर गई हैं दोनों नदियां
हनुमान मंदिर तक पहुंचा पानी, जलमग्न हुई मूर्ति
नदी किनारे स्थित घरों तक पहुंचा पानी, रात को ही लोगों ने घर किए खाली
केदारनाथ हाईवे जगह-जगह बाधित, कई लिंक मोटरमार्ग चढ़े मंदाकिनी नदी की भेंट
रुद्रप्रयाग। लगातार हो रही बारिश से अलकनंदा और मंदाकिनी नदी उफान पर बह रही हैं। दोनों नदियां खतरे के निशान को पार करके बह रही हैं। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी का पानी लोगों के आवासीय घरों तक घुस गया, जबकि बेलणी स्थित हनुमान मंदिर भी जलमग्न हो गया। सुबह चार जब साधु-संतो के पैरों तक पानी पहुंचा तो उनके होश उड़ गए। वहीं दूसरी ओर मंदाकिनी नदी ने केदारनाथ हाईवे सहित कई अन्य मोटरमार्गों को अपनी चपेट में ले लिया है।
रविवार देर रात से लगातार बारिश जारी है। बारिश के कारण अलकनंदा और मंदाकिनी नदी उफान में बह रही हैं। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी का पानी कई आवासीय घरों तक आ गया और रात को ही लोगों ने घरों को खाली कर दिया। रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र के अलकनंदा नदी किनारे स्थित हनुमान मंदिर में पानी घुसने से मंदिर में रखा सामान बह गया। साथ ही मूर्ति भी मलबे में डूब गई, जिसे समय रहते बचा लिया गया। सुबह चार बजे के करीब जब अलकनंदा नदी का पानी साधु-संतो के पैरों तक आया तो उनके होश उड़ गए और उसके बाद उन्होंने स्थानीय लोगों को फोन करके सूचना दी।
स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और हनुमान जी की मूर्ति को सुरक्षित स्थान पर रखा, जबकि तब तक घरों के भीतर रखा सारा सामान बह गया था। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि मंदाकिनी नदी के उफान में आने से केदारनाथ हाईवे सहित अन्य कई लिंक मोटरमार्ग नदी के तेज बहाव में बह गए हैं। फिलहाल आफत की बारिश जारी है। अलकनंदा का जलस्तर 628.80 तथा मंदाकिनी का जलस्तर 627.80 है। दोनों खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। खतरे की जद में आ रहे परिवारों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। स्थानीय निवासी वंदना कंसवाल, सभासद सुरेन्द्र रावत एवं कालिका सेमवाल ने बताया कि अलकनंदा नदी के उफान पर आने से हनुमान मंदिर जलमग्न हो गया। मंदिर के भीतर भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया है। सुबह के समय घटना घटने के बाद थोड़ा बहुत सामान बचा पाए, जबकि बहुत सारा सामान अलकनंदा नदी में बह गया।