जनपद रुद्रप्रयाग में 56.23 रहा मतदान प्रतिशत
54,707 महिला एवं 44,811 पुरूष मतदाताओं ने किया मतदान,
रुद्रप्रयाग। जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार के कुशल नेतृत्व में लोकसभा चुनाव निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शिता के साथ सकुशल संपादित हुआ। शाम पांच बजे तक प्राप्त सूचना के अनुसार जनपद का कुल मतदान प्रतिशत लगभग 56.23 प्रतिशत रहा। केदारनाथ विधानसभा में 58.73 प्रतिशत, जबकि रुद्रप्रयाग विधानसभा में 54.07 प्रतिशत रहा।
केदारनाथ विधानसभा में पांच बजे तक 26,721 महिला मतदाता एवं 23,623 पुरुष मतदाताआंे ने मत का प्रयोग किया, जबकि रुद्रप्रयाग विधानसभा में 21,188 पुरुष एवं 27,986 महिला मतदाताओं ने मतदान किया। इससे पहले जिलाधिकारी ने निर्वाचन सामाग्री कलेक्शन केंद्रों का अवलोकन करते हुए सभी पोलिंग पार्टियों के साथ सौम्य व्यवहार रखते हुए निर्वाचन सामाग्री प्राप्त करने को कहा। साथ ही जिला पूर्ति अधिकारी को खानपान की उचित व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिए।
धर्मपत्नी संग डीएम ने किया प्रावि खुरड़ में मतदान
जिले में बनाए गए माॅडल बूथों का भी किया निरीक्षण
रुद्रप्रयाग। लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर जनपद में निष्पक्ष, शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित ढंग से मतदान की प्रक्रिया रही। जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने अगस्त्यमुनि में बनाए गए महिला माॅडल एवं दिव्यांग माॅडल बूथ का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने धर्मपत्नी संग राप्रावि खुरड़ में मतदान कर लोगों को भी जागरूक किया।
अगस्त्यमुनि में निरीक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने पीठासीन अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक ढंग से करें तथा बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं का प्राथमिकता से उनके मताधिकार का प्रयोग कराएं। उन्होंने जनपद के सभी मतदाताओं से मजबूत लोकतंत्र के लिए अपने मताधिकार का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने की अपील की। जिला निर्वाचन अधिकारी व उनकी पत्नी डाॅ सोनालिनी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय खुरड़ पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान उन्हाने पोलिंग बूथ पर हो रहे मतदान के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
चौधरी और शैला ने अपने-अपने बूथों पर किया मतदान
एसपी ने पोलिंग बूथों पर जाकर लिया व्यवस्थाओं का जायजा
रुद्रप्रयाग। लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व के मौके पर पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा अशोक भदाणे ने राइंका रुद्रप्रयाग में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होनंे अधीनस्थ पुलिस बल व आम जनमानस को अधिक से अधिक मतदान करने के लिए प्रेरित किया। पुलिस अधीक्षक ने पोलिंग बूथों पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने जनपद के सभी मतदाताओं से मजबूत लोकतंत्र के लिए अपने मताधिकार का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने की अपील भी की। वहीं विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी एवं विधायक केदारनाथ शैलारानी रावत ने भी अपने अपने बूथ पर वोट डाले।
माॅडल बूथों में पारम्परिक परिधानों में हुआ मतदाताओं का स्वागत,
चाय-नाश्ता के साथ टॉफी चॉकलेट का लिया आनंद,
पोलिंग बूथों की सजावट ने मतदाताओं को किया आकर्षित,
रुद्रप्रयाग। लोकसभा चुनाव में मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए जिले में बनाए गए माॅडल बूथों पर मतदाताओं की भीड़ देखने को मिली। इन बूथों पर जहां पारम्परिक परिधानों में स्कूली छात्राओं ने मतदाताओं का स्वागत किया, वहीं प्रशासन स्तर से मतदाताओं के लिए चाय-नाश्ता की भी व्यवस्था की गई थी। मतदाताओं ने वोट देने के बाद चाय-नाश्ता कर प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया।
बता दें कि जनपद में 7 माॅडल पोलिंग बूथ बनाए गए थे, जिसमें राप्रावि तोषी तथा राइंका रामाश्रम जखोली में यूथ पोलिंग बूथ बनाए गया था। इसके अलावा राप्रावि भीरी तथा राइंका अगस्त्यमुनि में दिव्यांग और राबाइंकाॅ अगस्त्यमुनि एवं श्री 108 स्वामी सच्चिदानंद राइंका रुद्रप्रयाग में महिला पोलिंग बूथ बनाया था। इसके साथ ही जिले में पहली बार राप्रावि गौंडार में यूनिक पोलिंग बूथ भी बनाया गया था। इन पोलिंग बूथों की सजावट इस तरह थी कि मतदाताओं को आकर्षित किया जाए। मतदाता जब यहां पहुंचे तो उनके लिए पहले से ही चाय-पकाड़े के साथ टॉफी चॉकलेट की व्यवस्था की गई थी। राइंका रुद्रप्रयाग में बनाए गए महिला पोलिंग बूथ पर स्कूली छात्राओं ने पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा देने को लेकर पारम्परिक परिधान में मतदाताओं का स्वागत किया।
छात्रों ने दिव्यांग जनों की बूथ केन्द्र तक पहुंचाने में भी मदद की। प्रशासन की ओर से माॅडल बूथों में मतदाता सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए थे, जिन पर मतदाताओं ने अपनी तस्वीरें ली। मतदाताओं को आकर्षित करने में माॅडल बूथ काफी हद तक सफल भी रहे। मतदाताओं में माॅडल बूथ देखने को लेकर खासा उत्साह देखने को भी मिला। जिला निर्वाचन अधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि लोक संस्कृति को बढ़ावा देने को लेकर माॅडल बूथों में स्कूली छात्राओं पारम्परिक परिधानों में मतदाताओं का स्वागत किया। इन माॅडल बूथों में मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए जहां पारम्परिक परिधानों में स्कूली छात्राएं स्वागत में खड़ी रही, वहीं मतदाता सेल्फी प्वाइंट में फोटो खिंचाने को लेकर भी मतदाताओं की लाइन लगी रही। उन्होंने कहा कि जिले में मतदान को लेकर युवाओं से लेकर बुजुर्गों में खासा उत्साह देखने को मिला।
रोड ने रोकी वोट की राह, ग्रामीणों ने नहीं किया मतदान
इशाला व रिंगेड़ के ग्रामीण नहीं गए वोट देने,
रुद्रप्रयाग। सड़क की मांग पूरी नहीं होने पर जिले के दो गांवों के ग्रामीणों ने पूर्णरूप से चुनाव बहिष्कार किया। केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत गिरीया के ग्रामीणों का भी चुनाव बहिष्कार था, मगर यहां कुछ लोगों ने अपने मत का प्रयोग किया, जबकि ज्यादातर ग्रामीण वोट देने नहीं गए और चुनाव बहिष्कार पर अड़िग रहे।
बता दें कि लम्बे समय से केदारनाथ विधानसभा के गिरीया, इशाला के साथ ही रुद्रप्रयाग विधानसभा के रिंगेड़ तोक के ग्रामीण सड़क की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी यह मांग पूरी नहीं हो पाई है। रिंगेड़ के ग्रामीणों ने बृहस्पतिवार रात के समय बैठक की और शुक्रवार को मतदान नहीं किया। ग्रामीण दीपक सिंह रावत ने बताया कि 3 सालों से रिंगेड़ गांव के लिए एक किमी सड़क कटिंग का कार्य पूरा नहीं हो पाया है। ठेकेदार तीन सौ मीटर सड़क काटने के बाद भाग गया है, जिस कारण ग्रामीणों को आज भी मीलों का सफर पैदल तय करना पड़ रहा है। बताया कि गांव में 40 परिवार निवास करते हैं, जिनमें 65 के करीब वोटर हैं। किसी भी मतदाता ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ विधानसभा के इशाला में 289 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग नहीं किया, जबकि पिलोंजी-गिरीया सड़क का निर्माण नहीं होने पर गिरीया के ग्रामीणों ने पहले तो चुनाव बहिष्कार की बात कही, लेकिन दोपहर बाद यहां 459 वोटरों में कुछ ने ही मत का प्रयोग किया।