लोक संस्कृति दिवस पर राइंका मणिपुर में पारम्परिक गीतों का आयोजन
रुद्रप्रयाग। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच राइंका मणिपुर में उत्तराखण्ड के गांधी इन्द्रमणि बड़ोनी के 96 वें जन्म दिवस पर लोक संस्कृति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय में न केवल पारम्परिक गीतों की धूम रही, बल्कि पुरातन संस्कृति की झलक दिखलाते स्टाॅल भी लगाये गये। जिसमें जड़ी बूटी, पारम्परिक भांडे बर्तन, वाद्य यन्त्र, अनाज, पुरातन जीवन में दिनचर्या के सामान आदि की प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए बतौर मुख्य अतिथि केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने कहा कि लोक संस्कृति हमारे खान पान, भाषा, रीति रिवाज एवं पहनावे से जीवन्त होती है। इन्द्रमणि बड़ोनी को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन पर्यन्त लोक संस्कृति को बढ़ावा देने का काम किया। उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति आन्दोलन में उनकी भूमिका को कौन भूल सकता है। उन्होंने इस अवसर पर विद्यालय भवन के लिए चार लाख रूपये देने की घोषणा की। साथ ही विद्यालय के लिए फर्नीचर भी देने का वायदा किया।

विशिष्ट अतिथि बीईओ केएल रड़वाल ने कहा कि इन्द्रमणि बड़ोनी ने उत्तराखण्ड आन्दोलन को जिस ऊर्जा और संकल्प के साथ अहिंसक आन्दोलन से नेतृत्व किया, वह अविस्मरणीय है। इसीलिए उन्हें उत्तराखण्ड का गांधी भी कहा जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य एमएस रावत ने इन्द्रमणि बड़ोनी के जीवन यात्रा पर विस्तार से बताया। उन्होंने विद्यालय की प्रगति आख्या के साथ ही संसाधनों की कमी की ओर विधायक का ध्यान आकर्षित किया। साथ ही विधायक द्वारा विद्यालय में भवन की समस्या को देखते हुए चार लाख रूपए देने की घोषणा पर आभार भी जताया। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि अंकुर रौथाण, प्रदीप रूडिया, प्रधान डडोली सुमान सिंह रौथाण आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का ंसचालन शिक्षक विनय करासी ने किया। इससे पूर्व मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने इन्द्रमणि बडोनी के चित्र का अनावरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि भी अर्पित की। लोक संस्कृति कार्यक्रम का श्रीगणेश विद्यालय की छात्राओं द्वारा मांगल गीतों से की गई। उसके बाद रैमासी के फूल एवं अन्य लोकगीतों की सुन्दर प्रस्तुति से देर सांय तक दर्शकों को बांधे रखा। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हरीश गुसाईं, अंकित रौथाण, शैलेन्द्र वशिष्ठ, दिनेश सजवाण, ललिता रौतेला, पंकज कण्डारी, पंकज गोस्वामी, गजेन्द्र रौतेला, दीपक बेंजवाल, प्रताप सिंह, दिनेश नेगी, विजेन्द्र भण्डारी, विजयपाल आदि के साथ ही शिक्षक गण, अभिभावक, छात्र एवं छात्रायें उपस्थित रहे।
