भक्तों ने फल पकड़कर लिया पांडवों का आशीर्वाद
भरदार पट्टी के दरमोला गांव में फल वितरण के साथ पांडव नृत्य संपंन
रुद्रप्रयाग। भरदार क्षेत्र के दरमोला गांव में चल रहे पांडव नृत्य का फल वितरण के साथ समापन हुआ। पांडवों ने अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्य करने के बाद भगवान नारायण ने भक्तों को प्रसाद वितरण किया। ग्रामीण बड़ी संख्या में देव निशानों को देवताओं के ससुराल स्वीली तक छोड़ने गए। अंतिम दिन दूर-दराज क्षेत्रों से पहुंचे सैकड़ों भक्तों ने पांडवों का आशीर्वाद लिया।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2023/12/IMG-20231214-WA0068-1024x768.jpg)
गत् 23 नवम्बर से ग्राम पंचायत दरमोला में शुरू हुए पांडव नृत्य का विधिवत समापन हो गया है। पुजारी कीर्तिराम डिमरी ने भगवान बद्रीविशाल एवं शंकरनाथ की विशेष पूजा अर्चना के बाद भोग लगाया, जिसके बाद पांडवों के अस्त्र-शस्त्रों की भी विशेष पूजा अर्चना की गई। पहले तो ढोल दमाऊ की थाप पर पांडवों के साथ ही स्थानीय लोगों ने भी खूब नृत्य किया। बाद में पांडवों ने ही अस्त्र-शस्त्रों के साथ नृत्य कर दर्शकों को खूब आनंदित किया। भगवान नारायण के पश्वा समेत सभी पांडवों ने अंत में भक्तों के बीच फल फेंककर प्रसाद वितरण किया। मान्यता है कि जो भक्त इस फल को पकड़ता है, उसे मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इससे पूर्व गत बुधवार रात्रि को सिरोता के अवसर पर रातभर अस्त्र-शस्त्रों के साथ पांडव नृत्य चला। जिसमें गैंडे का कौथिग आकर्षण का केन्द्र बना रहा। इससे पूर्व पांडवों ने जौ की फसल बौने के साथ ही उसे काटने का पूरा सजीव चित्रण किया।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2023/12/IMG-20231214-WA0068-1-1024x768.jpg)
![](http:///storage/emulated/0/Android/media/com.whatsapp/WhatsApp/Media/WhatsApp Images/IMG-20231214-WA0067.jpg)
फसल कटने के बाद उसका एक हिस्सा बद्रीनाथ भगवान को चढ़ाया गया तथा अन्य हिस्से को भक्तों में प्रसाद के रूप में वितरण किया गया। इस दौरान पांडवों ने केदारनाथ यात्रा पर जाने का मंचन भी किया। पांडवों का केदार यात्रा का दृश्य काफी मार्मिक रहा। गुरूवार को अंत में पांडवों एवं देवी-देवताओं के निशान अपने ससुराल स्वीली गांव के लिए विदाई का दृश्य सभी भक्तों को भावुक कर गया। इस दौरान भक्तों के जयकारों के साथ पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य आशा डिमरी, पुजारी कीर्ति प्रसाद डिमरी, पांडव लीला कमेटी के अध्यक्ष बलवीर सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता एलपी डिमरी, पूर्व अध्यक्ष जसपाल पंवार, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र कप्रवान, विक्रम पंवार, गिरीश डिमरी, एनएस कप्रवान, विजय सिंह, प्रदीप कप्रवान, रविन्द्र पंवार, रमेश पंवार, नरेन्द्र पंवार, दिनेश पंवार, पान सिंह पंवार, दान सिंह, त्रिलोक सिंह समेत दरमोला, डुंग्री, स्वीली, सेम, जवाड़ी, रौठिया, मेदनपुर से बड़ी संख्या में भक्तजन उपस्थित थे।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2023/12/IMG-20231214-WA0067-1024x768.jpg)