ऊर्जा का समृद्ध स्रोत है पहाड़ में मोटा अनाज: नरेश
अगस्त्यमुनि में कृषि महोत्सव एवं गोष्ठी का आयोजन
अगस्त्यमुनि। अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के उपलक्ष में कृषि विभाग की ओर से जनपद स्तरीय कृषक महोत्सव रबि एवं कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। ब्लॉक सभागार अगस्त्यमुनि में गोष्ठी का शुभारम्भ करते हुए जिला मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने कृषकों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। कहा कि पहाड़ में मोटा अनाज जिसे मिलेट भी कहा जाता है, पौष्टिक रूप से भरा है और ऊर्जा का समृद्ध स्रोत है।

मिलेट्स की खेती पर देश एवं प्रदेश की सरकार विशेष ध्यान देकर इसे प्रोत्साहित कर रही है। जिला उद्यान अधिकारी योगेन्द्र सिंह ने कृषकों को उद्यान विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। जिला कृषि अधिकारी लोकेन्द्र बिष्ट ने जैविक एवं प्राकृतिक खेती प्रणाली के बारे में विस्तार से चर्चा की। कृषि विज्ञान केन्द्र जाखधार के वैज्ञानिक डॉ संजय सचान ने जैविक खेती में गोबर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि हम सही तरीेके से गोबर की खाद का प्रयोग करते हैं तो यह हमारी खेती के लिए अमृत है। उन्होंने गोबर की खाद बनाने में कृषकों द्वारा की जा रही छोटी छोटी गलतियों की ओर ध्यान आकृष्ठ किया। कहा कि गलतियां हम करते हैं ओर दोष मिट्टी एवं खाद को देते हैं। कहा कि पशुओं के मूत्र का सही ढ़ंग से उपयोग कर न केवल कीटों से फसलों को होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है बल्कि बन्दरों से भी फसल बचाई जा सकती है।

उन्होंने कृषकों द्वारा बन्दरों की समस्या पर उठाने पर कहा कि हमें हिमांचल वाले मॉडल को अपनाने की आवश्यकता है जिसके कारण वहां पिछले चार वर्षों में बन्दरों की जनसंख्या लगभग आधी हो गई है। कृषक गोष्ठी को रतूड़ा के उन्नतशील किसान जीत सिंह, खण्ड विकास अधिकारी प्रवीण भट्ट, डीपीएम ब्रह्मकान्त भट्ट, प्रभारी मत्स्य विभाग संजय सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विभाग के अधिकारी लखपत रौथाण, दिग्विजय, मनोज पंवार, राजेन्द्र रौथाण, केशर सिंह, नारायण सिंह नेगी, ओपी बेंजवाल, नागेन्द्र कपरवाण, दिनेश जोशी, दिनेश राणा, विपिन नेगी, शिवराज सिंह, निरंजन सिंह, नवीन उनियाल सहित पूरे जनपद से भारी संख्या में कृषक आये हुए थे।

