भविष्य के लिए आत्मनिर्भर बनने की ओर बच्चों ने बढ़ाया पहला कदम
अगस्त्यमुनि। डायट रूद्रप्रयाग द्वारा नवाचारी पहल करते हुए बच्चों को स्वरोजगार करने की ओर उन्मुख करने के लिए उद्योग विभाग रूद्रप्रयाग के सहयोग से तीन दिनी कार्यशाला का आयोजन किया गया । रा०बा०इ०का० अगस्त्यमुनि में आयोजित इस कार्यशाला में जिले के 9 विद्यालयों के 30 बच्चों और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

कार्यशाला के समापन सत्र में बच्चों द्वारा तीन दिनों में निर्मित सामग्री की प्रदर्शनी को देखकर जिले के मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने खुशी जताते हुए कहा कि बच्चों में अनगिनत प्रतिभाएं होती हैं, यदि बच्चों की प्रतिभा को पहचान कर निखारा जाय तो भविष्य में ऐसे बच्चे राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में सक्षम होंगे।कार्यशाला में विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य शिक्षा अधिकारी हेमलता भट्ट ने बच्चों के कौशल की प्रशंसा करते हुए कहा कि डायट रतूड़ा की यह सराहनीय पहल है कि उन्होंने विकास खण्ड मुख्यालय के आसपास के विद्यालयों के बच्चों को भी इस कार्यशाला में प्रतिभाग करने का अवसर प्रदान किया।
कार्यक्रम के संयोजक डायट प्रवक्ता डॉ० विनोद कुमार यादव ने बताया कि इस कार्यशाला में 9 विद्यालयों के 30 बच्चों ने तीन दिनों में उद्योग विभाग भटवाड़ी सैंण रूद्रप्रयाग द्वारा उपलब्ध कराये गये रॉ मैटिरीयल से केदारनाथ, तुगंनाथ, धारी देवी मन्दिर की प्रतिकृति बनाने के साथ-साथ टिहरी और देहरादून का घंटाघर, लक्ष्मण झूला पुल का प्रतिरूप बनाने की विधि भी सीखी। इसके अतिरिक्त कलमदान, दीप स्टैंड सहित विभिन्न गृह उपयोगी सजावटी सामान बनाने के गुर भी सीखे। समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रा०बा०इ०का० अगस्त्यमुनि की प्रधानाचार्य रागिनी नेगी ने डायट का धन्यवाद किया कि उन्होंने यह कार्यशाला उनके विद्यालय में आयोजित की तथा उनके विद्यालय की अधिकतम छात्राओं ने कार्यशाला का लाभ प्राप्त किया । इससे पूर्व के दिनों में उद्योग विभाग के सन्दर्भ दाता मनोज बिष्ट, रविकांत, अंजलि, तनीषा ने बच्चों को लेजर तकनीकी से प्रतिकृति निर्मित करने के लिए लकड़ी तैयार करने की विधि सहित लेजर तकनीकी से काटी गये प्रतिकृतियों के विभिन्न हिस्सों को संयोजित करने के बारे में प्रयोगिक प्रदर्शन के साथ जानकारी दी। कार्यशाला में मार्गदर्शक शिक्षक के रूप में डॉ० वंदना कोठारी, बबीता राणा, गंगा राम सकलानी, ललिता रौतेला, सुमित सेमवाल, संगीता बिष्ट, हेमंत चौकियाल ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में रूद्रप्रयाग के प्रबंधक गजेन्द्र सिंह , डायट प्राचार्य प्रतिनिधि प्रवक्ता विजय चौधरी, गौरी मेमोरियल इण्टर कॉलेज विजयनगर के प्रधानाचार्य विजय चमोला, रा०बा०इ०का० की प्रवक्ता लक्ष्मी रावत,यतबीर सिंह, राणा सहित विद्यालय की सभी शिक्षिकाएं व बालिकाएं उपस्थित थी। पहले दो दिनों का संचालन गंगाराम सकलानी व समापन कार्यक्रम का संचालन हेमंत चौकियाल द्वारा किया गया ।कार्यशाला के प्रतिभागी बच्चों में अंकुश प्रसाद त्रिवेदी श्रेयांश(भीरी), स्मिता, प्रिन्शी (कण्डारा), कविता, खुशी (डाँगी गुनाऊँ), आकाश, प्रियाशुं (रा०इ०का०अगस्त्यमुनि),काजल, हैप्पी(मणिपुर), आईशा, खुशी, साहिना, नीलम, नंदिता, तनीषा, लक्ष्मी, अंकिता, अमृता, प्रियंका, प्रिया (रा०बा०इ०का० अगस्त्यमुनि), स्वाती, स्नेहा ( गौ०मे०विजयनगर ), सुमित, सचिन (के०वी०),आयुष, शशांक (चिल्ड्रन एकेडमी ) सहित 30 बच्चों ने प्रतिभाग किया।
