गुस्साये कर्मियों ने सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए किया यज्ञ
12वें दिन भी जारी रहा एनएचएम कर्मियों का कार्य बहिष्कार
सकारात्मक कार्रवाई न होने से कर्मचारियों में भारी खासा
रुद्रप्रयाग। हरियाणा की तर्ज पर ग्रेड वेतनमान देने समेत दो सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारियों ने सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। वहीं कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार 12वें दिन भी जारी रहा। शासन-प्रशासन की ओर से सकारात्मक कार्रवाई न होने से कर्मचारियों में खासा रोष बना हुआ है।
गत 7 दिसम्बर से दो सूत्रीय मांगों को लेेकर एनएचएम के कर्मचारी सीएमओ कार्यालय के सम्मुख कार्यबहिष्कार पर है। शनिवार को कर्मचारियों ने कार्यालय के सम्मुख सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन किया। तथा यज्ञ में जौ तिल व घी की आहुतियां डाली गई। जिससे सरकार को सदबुद्धि आ सके। इस अवसर पर कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि पिछले 17 वर्षो से स्वास्थ्य सेवाओं में पूरी ईमानदारी के साथ सेवाएं दी जा रही हैं। साथ ही कोविड महामारी के दौरान जहां कर्मचारियों ने दिन-रात कार्य किया, वहीं कोरोना से कई कर्मचारी प्रभावित भी हुए। इसके बावजूद भी कर्मचारियों की मांगों पर कार्रवाई न होने से उनमें खासा रोष बना हुआ है। वहीं कार्यबहिष्कार के चलते इमरजेंसी सेवाओं के के साथ ही बाल स्वास्थ्य टीकाकरण, जननी सुरक्षा कार्यक्रम, कोविड टीकाकरण, कोविड सैंपलिग, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम सहित सभी हेल्थ वैलनेस सेंटरों सहित इमरजेंसी सेवाएं भी पूरी तरह प्रभावित हो गई हैं। इस अवसर पर एनएचएम संगठन के जिलाध्यक्ष विपिन सेमवाल, उपाध्यक्ष विपिन खन्ना, कोषाध्यक्ष कलम सिंह, डा. मनबर सिंह रावत, सुमन जुगरान, दीपक नौटियाल, विजय कुमार, नागेश्वर प्रसाद, जयवीर सिंह, मुकेश बगवाड़ी, हरीश चौधरी, पवन कुमार, उमेश जगवाण समेत कई कर्मचारी उपस्थित थे।
