11 दिनों तक चली रामायण में महिलाओं ने निभाये सभी पात्र
रामलीला के आयोजन से सत मार्ग पर चलने की मिलती है प्रेरणा: रावत
रुद्रप्रयाग। श्रीकेदार बद्री श्रम समिति के तत्वावधान व पंतजलि की बहिनों के सहयोग से तल्लानागपुर के दुर्गाधार बोरा के दुर्गा देवी मन्दिर में आयोजित 11 दिवसीय रामलीला का समापन राजतिलक के साथ हो गया है। 11 दिनों तक चली रामलीला में सभी पात्रों की भूमिका विभिन्न क्षेत्रों के महिलाओं ने की, जबकि तल्लानागपुर के विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने रामलीला में शिरकत कर पुण्य अर्जित किया। इस मौके पर नन्दा की कथा का भी भावपूर्ण मंचन किया गया।
रामलीला के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए पूर्व विधायक श्रीमती शैलारानी रावत ने कहा कि 11 दिवसीय रामलीला में महिलाओं का मंचन बेहतरीन रहा है तथा रामलीला के आयोजन से हमें सत मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि वनवास की अवधि व्यतीत करने के बाद श्रीरामचंद्र को मर्यादा की उपाधि मिली है। इसलिए मनुष्य को सुख के साथ दुख के समय को भी सहनता से स्वीकार करना चाहिए। समिति अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि 21 नवम्बर से रामलीला का श्रीगणेश किया गया था। रामलीला के सफल मंचन में राम का पात्र तनूजा मैठाणी, लक्ष्मण बीरा फस्र्वाण, भरत लीला संगेला, शत्रुघ्न सुनीता शाह, सीता आरती गुसाईं, हनुमान पुष्पा कनवासी, रावण मुन्नी बिष्ट ने भूमिका अदा की। जबकि हारमोनियम पर राजेन्द्र सिंह रावत व तबले पर भूपेंद्र हटवाल ने साथ दिया तथा लक्ष्मी शाह ने निर्देशन की भूमिका निभाई। प्रधान जयंती गुसाई ने सभी पात्रों, जनप्रतिनिधियों व जनमानस का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से रामलीला का सफल मंचन हुआ। इस मौके पर उप प्रधान हरीश गुसाई, महिला मंगल दल अध्यक्ष किरण गुसाई, भाजपा मण्डल मीडिया प्रभारी मानवेन्द्र कुमार, गौरव सिंह गुसाई, दिगम्बर सिंह गुसाई, विनोद बासकण्डी, मदन लाल टमटा, ललिता सिंह राणा, गजाधर वशिष्ठ सहित विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि, ग्रामीण व रामलीला मंचन का 52 सदस्यीय महिला दल मौजूद था।


