चीन सीमा लद्दाख से..
सिक्स सिग्मा ने फिर रचा इतिहास, चीन की सीमा लद्दाख में उमलिंगला पास दुनिया की सबसे ऊंची सड़क पर किया माउंटेन मेडिसिन व माउंटेनियरिंग में रक्षा मंत्रालय के साँझा अभ्यास

मुश्किल हालातों में भी जीत का जज्बा कैसे कायम रखा जाता है, ये सिक्स सिग्मा के वीरों से सीखा जा सकता है। अब देश में जारी है इजरायल की तर्ज पर भारत में सिविलियन को मिलिट्री ट्रेनिंग का अनोखा प्रयास, जी हाँ लद्दाख में विश्व के सबसे ऊँचाई वाले उमलिंगला क्षेत्र – 19024 फीट पर अब जारी है सिक्स सिग्मा व सीमा सड़क संगठन – रक्षा मंत्रालय का माउंटेनियरिंग में कठोर अभ्यास । लद्दाख के हानले व उमलिंगला में हाई ऐल्टिट्यूड सर्वाइवल, माउंटेन मेडिसिन और माउंटेनिरिंग की तकनीक पर फोकस किया जा रहा है । यह ट्रेनिंग 19 अगस्त से 29 अगस्त तक जारी रहेगी ।

वर्ल्ड के सबसे ऊँचाई वाले उमलिंगला क्षेत्र जिसकी ऊँचाई 19024 फीट है, जहाँ सांस लेना व सर्वाइवल करना बेहद मुश्किल है, वहाँ ऐसे कठिन इलाक़े में माउंटेन मेडिसिन और माउंटेनिरिंग की ट्रेनिंग करना एक विश्व कीर्तिमान स्थापित करने के बराबर है ।
सिक्स सिग्मा के जबाज़ और रक्षा मंत्रालय के साथ भारत-चीन सीमा पर लद्दाख क्षेत्र के उमलिंगला व हान्ले में माउंटेनिरिंग, हाई ऐल्टिट्यूड सर्वाइवल एवं माउंटेन मेडिसिन पर पांच दिवसीय संयुक्त जारी है । देश में पहली बार – इजरायल की तर्ज पर भारत में उमलिंगला व हान्ले स्थित सीमा सड़क संगठन को सिक्स सिग्मा ट्रेनिंग दे रहा है । इस ट्रेनिंग के दौरान सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस के कर्मियों को पर्वतीय क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों में कार्य करने की नवीनतम तकनीकों को सीखना हैं। बीआरओ को सलाम, उन्होंने इतनी ऊंचाई और कठिन परिस्थितियों में ठंडे रेगिस्तान में इतनी चिकनी सड़कें बनाई हैं । जैसे-जैसे आप उमलिंगला व हानले की ओर बढ़ते हैं, पहाड़ों का आकार कम होने लगता है, ऑक्सीजन कम होने लगती है और आपको एक साथ छोटे-छोटे पहाड़ों की एक श्रृंखला दिखाई देने लगती है, जो पूरी तरह से एक अलग दुनिया का एहसास कराती है। हालाँकि, वास्तविक वास्तविकता में, यह स्थान बेहद कठोर है और जीवित रहना कठिन है, खासकर सर्दियों में। उमलिंगला – हानले केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह शहर से लगभग 300 किमी दूर स्थित है ।


🔘गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल :-
उमलिंगला पास यू ही नहीं दुनिया की सबसे ऊंची सड़क होने का तमगा पा चुका है । इस सड़क की ऊंचाई का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि ये दुनिया की सबसे ऊंचं पहाड़ माउंट एवरेस्ट के बेस कैम्प से भी ऊंची है. माउंट एवरेस्ट का नेपाल की ओर के साउथ बेस कैम्प की ऊंचाई 17,598 फीट, तिब्बत की ओर नॉर्थ बेस कैम्प की ऊंचाई 16,900 फीट है. यही नहीं इस सड़क की उंचाई सियाचीन ग्लेशियर, 17,700 फीट, से भी ऊंची है, खरदूंगला पास, 17,582 फीट की ऊंचाई है, ये सड़क उससे भी ज्यादा ऊंचाई पर तैयार की गई है । उल्लेखनीय है कि भारत के सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 2020 में चीन की सीमा के पास लद्दाख में दुनिया की सबसे ऊँची सड़क उमलिंगला बनाई है, जिसे अब गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया था।
🔘भारत में सिविलियन को मिलिट्री ट्रेनिंग :-
सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ० प्रदीप भारद्वाज ने रक्षा मंत्रालय के साथ होने वाली टेªनिंग के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि सिक्स सिग्मा भारत की एकमात्र ऐसी निजी संस्था है, जिसका स्टाफ आईटीबीपी, भारतीय सेना, एयरफोर्स, बीएसएफ, सीआरपीएफ और एनडीआरएफ से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। इस ट्रेनिंग के दौरान सिक्स सिग्मा टीम को पांगोंग लेक मी भी ट्रेनिंग दी जाएगी ।


सीमा सड़क संगठन और सिक्स सिग्मा ने इस प्रशिक्षिण सत्र को ‘माउंटेरिंग, हाई ऐल्टिट्यूड सर्वाइवल एंड माउंटेन मेडिसिन’ नाम दिया है, जिसे सिक्स सिग्मा के प्रबंध निदेशक डॉ० प्रदीप भारद्वाज और सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी के अथक प्रयासों से आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर कर्नल प्रिंस व कैप्टन रोहण ने दोनों टीमो का हौसलाअफ़जाई भी किया और उमलिंगला पास पर दुनिया का सबसे ऊँचा एमआई रूम भी दिखाया ।
🔘सिक्स सिग्मा पहली संस्था है जो यह कामयाबी हासिल कर पाई है :-
डा०प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि यह प्रशिक्षण देश के लिए गर्व की बात है । आजतक वर्ल्ड में किसी संस्था ने 19000 से ज़्यादा की ऊँचाई पर माउंटेन मेडिसिन ट्रेनिंग नहीं की है, सिक्स सिग्मा पहली संस्था है जो यह कर पाई है । चीन सीमा के पास सिक्स सिग्मा टीम ने जम कर – हिंदुस्तान ज़िंदाबाद और भारत माता के जयकारे लगाये ।


🔘ट्रेनिंग में यह सिखाया जा रहा है :-
हम इस ट्रेनिंग के दौरान माउंटेन मेडिसिन, रेस्क्यू, माउंटेनियरिंग, मौसम के अनुरूप बनना, ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों को स्वस्थ रखने की उपचार विधि, उच्च उक्तांश में सुरक्षित यात्रा करने के लिए स्वयं को तैयार करना, नकली श्वांस देने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दे रहे हैं ।
🔘उत्कृष्ट सेवा के लिये डीजी ने दिया प्रशस्ति पत्र :-
महानिदेशक -बीआरओ – लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने सिक्स सिग्मा हेल्थकेयर द्वारा दुर्गम क्षेत्रों में की गयी उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्यो एवं सेवा के लिये डीजी प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया है। सैनिक पृष्ठभूमि वाले – डॉ० भारद्वाज चीफ ऑफ़ आर्मी, चीफ ऑफ़ एयरफ़ोर्स, डीजी-बीआरओ, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति द्वारा कमेंडेशन प्राप्त है ।
डॉ० भारत शर्मा, डिप्टी डायरेक्टर – सिक्स सिग्मा ने जानकारी दी की – सिक्स सिग्मा हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस देश की एकमात्र ऐसी सस्था है जो सरकार और किसी भी व्यक्ति विशेष से आर्थिक सहायता लिए बगैर किसी भी समय, कहीं भी, किसी भी वातावरण और ऊंचे पर्वतीय क्षेत्रों में माउंटेन मेडिसिन चिकित्सा सेवा प्रदान करती है।
प्रेसिडेंट अवार्डेड – डॉ० अनीता भारद्वाज, मेडिकल डायरेक्टर – सिक्स सिग्मा ने बताया की – हाई ऐल्टिट्यूड मेडिकल सर्विस की टीम अब तक हाई ऐल्टिट्यूड क्षेत्रों में आयोजित किए गए विभिन्न मेडिकल सेवा में 3000,00 लाख से अधिक मरीजों का निशुल्क उपचार कर चुकी है। सिक्स सिग्मा को सामाजिक क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित करने के लिए देश-विदेश के सभी सरकारी पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।






