छात्रों की नौ सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठा छात्र संघ अध्यक्ष
अभाविप के इस मास्टर स्ट्रोक से ठगे से रह गये एनएसयूआई कार्यकर्ता
महाविद्यालय में फैली समस्याओं से छात्रों का हो रहा अहित
अगस्त्यमुनि। अप्रब राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रों की नौ सूत्रीय मांगों को लेकर छात्र संघ अध्यक्ष गौरव भट्ट अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। महाविद्यालय में अचानक हुए इस घटनाक्रम से सभी हतप्रभ रह गये। अभाविप के इस मास्टर स्ट्रोक से धरना प्रदर्शन करने का नोटिस देने वाले एनएसयूआई के कार्यकर्ता ठगे से रह गये। अभाविप के भूख हड़ताल में बैठने को लेकर दोनों संगठनों में एक बार टकराव की स्थिति बन गई थी, मगर महाविद्यालय प्रशासन ने इस पर समय रहते नियंत्रण कर लिया।

छात्र संघ अध्यक्ष गौरव भट्ट ने कहा कि उनके कार्यकाल में महाविद्यालय में शिक्षा मंत्री डॉ धनसिंह रावत एवं केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत के सहयोग से 70 लाख रूपए से अधिक के ऐतिहासिक कार्य किए, मगर अभी भी महाविद्यालय में कई समस्यायें मौजूद हैं। जिसकी वजह से छात्रों का अहित हो रहा है। अभाविप ने नौ सूत्रीय मांग पत्र श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति तथा उक्ष्ख् शिक्षा निदेशक को प्राचार्य के माध्यम से ज्ञापन सौंपा है, जिसमें महाविद्यालय में स्थाई प्राचार्य की नियुक्ति, पीजी स्तर पर वाणिज्य संकाय के अंतर्गत एमकॉम तथा कला संकाय के अंतर्गत एमए इतिहास, समाजशास्त्र, गृह विज्ञान एवं दर्शनशास्त्र विषयों के संचालन की स्वीकृति, महाविद्यालय में एनसीसी यूनिट की स्वीकृति, रिक्त पदों पर प्राध्यापकों की नियुक्ति सहित कई मांगे हैं। अभाविप के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर कार्यवाही नहीं होती है, तब तक छात्र संघ अध्यक्ष गौरव भट्ट, भूख हड़ताल पर महाविद्यालय परिसर में बैठे रहेंगे। तथा उनके समर्थन में महासचिव अनिकेत सिंह राणा, छात्र महासंघ अध्यक्ष संतोष त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष सोनम रावत, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद रुद्रप्रयाग के जिला प्रमुख विक्रांत चैधरी, जिला संयोजक अभिनव भट्ट, युवा छात्र नेता नितिन नेगी, भानु चमोला, अजय, प्रकाश चैहान तथा खुशी नेगी अनशन स्थल पर उनके साथ रहेंगे। वहीं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सीताराम नैथानी ने बताया कि छात्र नेताओं ने जो मांग रखी है, उसका समाधान उच्च स्तर से ही संभव है। इसलिए उन्होंने उनकी मांग को उच्च शिक्षा निदेशक एवं श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति को प्रेषित कर दिया गया है।



