हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में आज हिमालय दिवस के मौके पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । अधिष्ठाता छात्र कल्याण द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के एसीएल सभागार समेत बिड़ला एवं चौरास परिसर स्थित विभिन्न छात्रवासो, विभागों एवं चौरास स्थित स्टेडियम में फिजिकल एजुकेशन विभाग द्वारा हिमालय दिवस के अवसर पर विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये।

बिड़ला परिसर के एसीएल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में हिमालय कि जैव विविधता का सरंछण विषय पर चर्चा हुई। इस अवसर पर हिमालय को प्रभावित करने वाले कारकों की जानकारी एवं बचाव और जागरूकता की जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो महावीर सिंह नेगी ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में हिमालय में तेजी से बदलाव आया है,हमने तथाकथित विकास के नाम पर हिमालय की संवेदनशीलता पर बहुत तेजी से हमले बोले हैं. हमारी मौजूदा विकास और नियोजन की दृष्टि हिमालय के पर्यावरण के अनुकूल नहीं है. हिमालय को समझने समझाने के प्रयासों में निरंतरता बनी रहे, इसीलिए हिमालय दिवस की कल्पना की गई है. हिमालय को बचाने की मुहिम दरअसल हम सभी के अस्तित्व से जुड़ी हुई है. हर व्यक्ति को हिमालय के प्रति जागरूक होना होगा तथा इसके संरक्षण में अपनी भूमिका निभानी होगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के मुख्य छात्रावास अधीक्षक प्रो दीपक कुमार ने कहा कि आज हिमालय दिवस को मनाने के उद्देश्य तभी पूरे हो पाएंगे जब प्रत्येक छात्र-छात्रा हिमालय के महत्व को समझ सकेगा तथा अपनी सक्रिय भागीदारी से हिमालय को संरछित व सुरछित किया जा सके । वहीं इस कार्यक्रम के समन्वयक एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ राकेश नेगी ने कहा कि एनएसएस के माध्यम से विश्वविद्यालय में पर्यावरण एवं जन जागरूकता के क्षेत्र में बहुत सारे कार्य किए जा रहे है।हिमालय बचेगा तभी हम सब बचेंगे. इस अवसर पर विधुत विभाग के इंजीनियर राजेंद्र प्रसाद ने भी सम्बोधित किया. इसके साथ ही अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो महाबीर सिंह नेगी ने सभी को हिमालय कि शफत दिलाई. बिड़ला परिसर के प्रांगण में वृक्षारोपण कार्यक्रम तथा एनएसएस के छात्र-छात्राओं द्वारा स्वच्छता अभियान भी चलाया गया. कार्यक्रम में डॉ कपिल पँवार, शोध छात्र विकास रावत व राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र उपस्थित थे.



