मदमहेश्वर डोली आगमन पर शीतकालीन गददीस्थल में त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेला शुरू
केदारनाथ के रावल भीमा शंकर लिंग ने किया मेले का उदघाटन
मेले के पहले दिन रही स्कूलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
लक्ष्मण सिंह नेगी, ऊखीमठ। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश से शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ आगमन पर जीआईसी के खेल मैदान में त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले का आगाज रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हो गया है।
त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न विद्यालयों व महिला मंगल दलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही। त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले में बॉलीबाल व बैटमिंटन प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है, जबकि केन्द्रीय संचार ब्यूरो द्वारा चित्र प्रदर्शनी के माध्यम से युवाओं को अनेक जानकारियां दी जा रही हैं। त्रिदिवसीय मदमहेश्वर मेले में बतौर देव अतिथि शिरकत करते हुए रावल भीमाशंकर लिंग ने कहा कि मदमहेश्वर मेले के आयोजन की परम्परा युगों पूर्व की है तथा मदमहेश्वर मेला धार्मिक आध्यात्मिक व सांस्कृतिक परम्पराओं को अपने आंचल समेटे हुए हैं।
मन्दिर समिति के धर्माधिकारी आंेकार शुक्ला ने कहा कि भगवान मदमहेश्वर के कैलाश से ऊखीमठ आगमन पर लगने वाले मदमहेश्वर मेले के आयोजन से नौनिहालों को उचित मंच मिलने के साथ ही मेला आपसी सौहार्द का प्रतीक है। स्वामी भगवानन्द पुरी ने कहा कि मदमहेश्वर मेले में शिरकत करने से मन को अपार शान्ति की अनुभूति हुई है।
मेला समिति अध्यक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। जबकि मेले का संचालन तेज प्रकाश त्रिवेदी ने किया। मेले के शुभारंभ अवसर पर भारत सेवा आश्रम, सरस्वती शिशु मन्दिर, जीआईसी, राजकीय कन्या हाईस्कूल, एवरग्रीन, प्राथमिक विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल पठाली सहित विभिन्न विद्यालयों व स्थानीय महिला मंगल दलों व कीर्तन मंडलियों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही।