देवरियाताल महोत्सव में आकर्षण का केन्द्र रही श्रीकृष्ण की झांकियां
जागर सम्राट भरतवाण के धार्मिक भजनों ने बांधा समा
महिला मंगल दलों ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
ऊखीमठ। देवरियाताल विकास महोत्सव समिति के तत्वावधान में पर्यटक स्थल देवरिया ताल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर आयोजित महोत्सव में भगवान श्रीकृष्ण की झाकियां व पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण, सीमा पगरियाल के धार्मिक भजनों की प्रस्तुति मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही, जबकि उप समिति सारी, ऊखीमठ व मनसूना सहित विभिन्न महिला मंगल दलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही।

मेले में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तथा 10 वीं व 12 वीं की बोर्ड परीक्षाओं में प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले नौनिहालों को देवरिया शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया तथा भगवान श्रीकृष्ण की झांकियांे तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। प्रकृति की सुरम्य वादियों के आंचल में बसे पर्यटक स्थल देवरियाताल में आयोजित मेले में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे बद्री-केदार समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने कहा कि देवरियाताल का नाम आज विश्व मानचित्र पर अंकित है। इसलिए प्रति वर्ष लाखों सैलानी यहां की प्राकृतिक छटा से रूबरू होते हैं तथा भविष्य में देवरियाताल में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन्त तिवारी ने कहा कि देवरिया ताल मेला हमारी पौराणिक धरोहर हैं। इसलिए इस मेले को भव्य रूप देने के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए। नगर पंचायत अध्यक्ष ऊखीमठ विजय राणा ने कहा कि मेलों के आयोजन से ग्रामीणों में प्यार, प्रेम व सौहार्द बना रहता है।

मेला संरक्षक एवं सोशल पाॅलीगान ग्रुप के एमडी डीएस पंवार ने कहा कि भविष्य में देवरिया ताल के चहुंमुखी विकास के लिए सामूहिक पहल की जायेगी। जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक मेलों के आयोजन से युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है। मेला अध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। रेंज अधिकारी पंकज ध्यानी ने कहा कि देवरियाताल के प्राकृतिक सौन्दर्य को यथावत रखने के लिए विभाग द्वारा विशेष पहल की जा रही है। मेले में पद्मश्री जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने बाली संध्या जाग सहित अनेक धार्मिक भजनों की शानदार प्रस्तुति दी, जिसका दर्शकों ने देर सांय तक भरपूर आनन्द उठाया। मेले में उप समिति सारी, ऊखीमठ व मनसूना की झाकियां मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही, जबकि उप समिति सारी, ऊखीमठ व मनसूना के तत्वावधान में प्रस्तुत लोक गीत व लोक नृत्य में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली टीमों को आयोजक मण्डल ने सम्मानित किया। देवरिया ताल मेले में मदमहेश्वर घाटी विकास मंच पूर्व अध्यक्ष मदन भटट्, पूर्व सहायक सूचना अधिकारी गजपाल भटट् सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले तथा हाई स्कूल व इन्टर बोर्ड परीक्षाओं में ब्लॉक स्तर पर प्रथम, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले एक दर्जन अधिक समाजसेवियों व नौनिहालों को देवरिया शिरोमणि सम्मान से नवाजा गया। मेले में राम सिंह रावत, राधे लाल आर्य ने निर्णायक की भूमिका अदा की।

इस मौके पर पाॅलीगान ग्रुप निदेशक बिक्रम सिंह पंवार, सोशल पाॅलीगान ग्रुप निदेशक सुरेन्द्र सिंह पंवार, बलूनी ग्रुप एमडी विपिन बलूनी, चौहान होटल ग्रुप एमडी भरत सिंह चैहान, जवाहर नवोदय विद्यालय देहरादून प्राचार्य सुशील राणा, राज मलिक, अमित कुर्माचली, शिव सिंह रावत, मेला सचिव योगेन्द्र नेगी, उपाध्यक्ष प्रेमलता पन्त, प्रमिला देवी, प्रधान मनोरमा देवी, सन्दीप पुष्वाण, पिंकी देवी, राजेश्वरी देवी, सरोज भटट्, फगण सिंह पंवार, राकेश जिरवाण, पूर्व प्रधान सरिता नेगी, सामाजिक कार्यकर्ता राकेश नेगी, प्रकाश रावत, विनोद रावत, गजेन्द्र रौतेला, भानु भटट्, ललिता रौतेला, प्रभारी निरीक्षक सुरेश चन्द्र बलूनी, राजकुमार नौटियाल, रघुवीर पंवार, सुनील राणा सहित मेला समिति व तीनों उप समितियों के पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि, सैकड़ों ग्रामीण विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।






