मदमहेश्वर धाम की समस्याओं को लेकर सीएम से मिली विधायक
ग्रामीणों की मांगों पर किया जाए जल्द से जल्द अमल
आदिगुरू शंकराचार्य के समय से परम्पराओं का निर्वहन कर रहे घाटी के ग्रामीण
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम के चहुंमुखी विकास तथा हक-हकूकधारियों के अधिकारों को यथावत रखने की मांग की। साथ ही उन्होंने केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत फैली विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराकर निराकरण की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए।

केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करते हुए उन्हें बताया कि द्वितीय केदार मदमहेश्वर धाम में गौंडार गांव के ग्रामीण आदिगुरु शंकराचार्य के समय से अपने धार्मिक, आध्यात्मिक परम्पराओं का निर्वहन करने के साथ ही ग्रीष्मकाल के छः माह मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ाव कूनचट्टी, मैखभ्बा, नानौ, व खटारा में प्रवास के दौरान भेड़ पालन व कृषि का कार्य कई युगों से करते आ रहें हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि गौण्डार गांव के ग्रामीण मदमहेश्वर धाम में युगों से अपने हक-हकूकधारी परम्पराओं का निर्वहन करने के साथ ही पशुपालन, भेडपालन व छोटे-छोटे खेतों के जरिये कृषि कार्य को बढ़ावा देने का कार्य कई दशकों से करते आ रहें हैं, मगर केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग द्वारा समय-समय पर सैंचुरी वन अधिनियम का हवाला देकर हक-हकूकधारियों व ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जा रहा है।
केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बताया कि वर्तमान समय में मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर लगभग 80 ग्रामीणों व युवाओं को रोजगार मिलने के साथ ही मदमहेश्वर धाम जाने वाले तीर्थ यात्रियों को भी हक-हकूकधारियों व ग्रामीणों द्वारा सुख-सुविधा दी जाती है। इसलिए मदमहेश्वर धाम की यात्रा में प्रति वर्ष इजाफा होने से मन्दिर समिति की आय में वृद्धि होने के साथ मदमहेश्वर घाटी के तीर्थाटन, पर्यटन व्यवसाय में भी इजाफा हो रही है। मुख्यमंत्री ने सभी मांगों पर गंभीरता से कार्यवाही का आश्वासन विधायक केदारनाथ को दिया है। वहीं मदमहेश्वर घाटी के ग्रामीणों ने सीएम पुष्कर सिंह धामी और विधायक केदारनाथ का आभार व्यक्त किया।
