जीर्ण-शीर्ण भवन में संचालित हो रहा बसुकेदार तहसील
भवन निर्माण को लेकर क्षेत्र की जनता करेगी मुख्यालय में आंदोलन
रुद्रप्रयाग। बसुकेदार तहसील निर्माण को लेकर सरकार की ओर से कोई कार्यवाही ना किये जाने से क्षेत्रीय जनता एवं जनप्रतिनिधियों में भारी आक्रोश बना हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि वर्ष 2015 से तहसील जीर्ण-शीर्ण एलोपैथिक भवन पर संचालित हो रहा है। यदि, अब भी सरकार ने भवन निर्माण की कार्रवाई नहीं की तो जिला मुख्यालय में आंदोलन शुरू किया जाएगा।
मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में सामाजिक कार्यकर्ता योगम्बर सिंह बैरवाण, प्रधान भुनाल गांव सिमरन बैरवाण, प्रधान बडेथ शिवानंद नौटियाल, प्रधान बक्सीर पिंकी देवी, प्रधान खोड़ प्रदीप राणा, प्रधान डुंगर महिपाल कंडारी, प्रधान डांगी संध्या ध्यानी, प्रधान तिनसोली मीना देवी, प्रधान बष्टी नरेन्द्र सजवाण, जिपंस रेखा बुटोला चैहान, पूर्व जिपंस शिशपाल मौर्य, क्षेपंस उम्मेद सिंह सिरवाण आदि ने कहा कि तहसील भवन निर्माण के लिए ग्राम सभा बष्टी ने अपनी भूमि तिलोधार नाम तोक में दी है, जो जखोली-गुप्तकाशी मुख्य मार्ग पर बांसवाडा-पस्ता लिंक मार्ग के समीप 8 हेक्टेयर राजस्व बंजर भूमि उपलब्ध है। जिसमें किसी भी तरह की आपत्ति नहीं है। तहसील भवन निर्माण के लिए चयनित भूमि का कई बार अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया गया है, मगर आज तक कार्रवाई लटकी पड़ी है। कहा कि तहसील निमाण के बाद भी यहां विकासखण्ड के अन्य विभागों के लिए भी पर्याप्त भूमि उपलब्ध है। बावजूद सरकार किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं कर रहीं है। यदि सरकार का इसी तरह का रवैया रहा तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और जनता मिलकर आंदोलन शुरू करेंगे।
फोटो: एलोपैथिक केन्द्र के जीर्ण-शीर्ण भवन पर संचालित हो रहा बसुकेदार तहसील
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