मंदाकिनी में गिरे मलबे के ढेर में ढूंढे जा रहे लापता लोगों के शव
गौरीकुंड आपदा में लापता बीस लोगों का अभी तक नहीं लग पाया सुराग
गौरीकुंड से लेकर नदी में लगातार जारी है सर्च अभियान
14 नेपाली, 2 यूपी आगरा और 4 स्थानीय लोग अभी भी लापता
लगातार हो रही बारिश और नदियों का बढ़ रहा जल स्तर सर्च आपरेशन में बन रहा बाधक
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में बीते गुरुवार देर रात आई त्रासदी में लापता चल रहे बीस लोगों का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरफ, पुलिस, आईटीबीपी, होमगार्ड, पीआरडी, केदारनाथ यात्रा मैनेजमेंट फोर्स के जवान रेस्क्यू कार्य में लगे हुए हैं। लगातार हो रही बारिश और मंदाकिनी नदी का तेज बहाव भी रेस्क्यू कार्य में बाधा पहुंचा रहा है। घटना स्थल पर नदी में गिरी दुकानों के मलबे को हटाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि मलबे के नीचे से कुछ मिल पाए।
बीते गुरुवार रात्रि करीब साढ़े ग्यारह बजे के गौरीकुंड में पहाड़ी से गिरे बोल्डरों की चपेट में तीन दुकानें आ गई थी और दुकानों में रह रहे 23 लोग लापता हो गए थे। घटना में बीस लोग अभी भी लापता चल रहे हैं, जबकि 3 लोगों के शव बरामद हो गए हैं। जिनके शव मिले हैं। ये नेपाली मूल के हैं। चार स्थानीय, दो यूपी आगरा और 14 नेपाली मूल के लोग अभी भी लापता चल रहे हैं। जिनकी खोजबीन लगातार जारी है। मंदाकिनी और अलकनंदा नदी में भी सर्च अभियान चलाया जा रहा है। नदियों का तेज बहाव भी सर्च आपरेशन चलाने में बाधक बन रहा है। केदारघाटी में लगातार बारिश भी जारी है, जिससे दिक्कतें पैदा हो रही हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि विगत दिनों गौरीकुंड डाटपुलिया के समीप भारी भू-स्खलन के कारण लापता हुए बीस लोगों का चैथे दिन भी लगातार घटना स्थल व नदी के किनारे जिलाधिकारी के निर्देशन में सर्च रेस्क्यू एवं खोजबीन का सघन अभियान जारी रहा। पुलिस थाना चैकियों एवं फायर सर्विस द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में सर्च रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही संदिग्ध स्थानों पर ड्रोन कैमरे से सर्च अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि टीमों द्वारा धारी देवी, खांकरा, रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, चंद्रापुरी, कुंड बैराज आदि स्थानों में सर्च रेस्क्यू व खोजबीन अभियान चलाया जा रहा है। विषम कठिन परिस्थितियों मे सर्च रेस्क्यू व खोजबीन कार्य किया जा रहा है, मगर टीमों को अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई है।