रुद्रप्रयाग जिले में 65,569 को एल्बेंडाजोल दवा खिलाने का लक्ष्य
कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाने को लेकर डिस्ट्रिक्ट कार्डिनेशन कमेटी की बैठक संपंन
रुद्रप्रयाग। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) को सफल बनाने के लिए आयोजित डिस्ट्रिक्ट कार्डिनेशन कमेटी की बैठक में लक्षित आयु वर्ग के 65,569 बच्चों को कृमि नाशक दवा खिलवाने का लक्ष्य रखा गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य, शिक्षा, बाल विकास आदि संबंधित विभागों को मजबूत समन्वय के साथ कार्य करते हुए शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए।

जिला सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने 17 अप्रैल को निर्धारित राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के लिए स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों में 15 अप्रैल तक हर हाल में दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एचसीएस मर्तोलिया ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 01-19 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों में कृमि नाशक दवा एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी। इस दिन किसी कारण दवा खाने से छूट गए बच्चों को 20 अप्रैल को मॉप अप राउंड में दवा खिलाई जाएगी। बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ मोनिका राणा ने बताया कि एक से दो वर्ष के बच्चों को चूरा कर आधा गोली तथा तीन से 19 वर्ष तक के बच्चों को 01 पूरी गोली खिलाई जानी है। उन्होंने बताया कि जनपद में स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों में पंजीकृत कुल 65,569 बच्चों व किशोर-किशोरियों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें अगस्त्यमुनि ब्लाक में 30,860, जखोली में 22,017 व ऊखीमठ में 12,692 बच्चे पंजीकृत हैं। इसके अतिरिक्त तकनीकि शिक्षण संस्थानों में अंडर 19 आयु वर्ग के छात्र-छात्राओं को भी एल्बेंडाजोल दवा खिलाई जाएगी। बैठक के द्वितीय सत्र में अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम की समीक्षा में जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि 6-59 माह के बच्चों को आयरन फोलिक एसिड सिरप पिलाने की गतिविधि से सम्बन्धित आशा कार्यकर्तियों की फोटोग्राफ रिपोर्ट दैनिक रूप से उपलब्ध कराएं। बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद प्रसाद सिमल्टी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ विमल सिंह गुसाईं, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ आशुतोष कुमार, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ यास्मिन, डाॅ विशाल वर्मा, सीडीपीओ अगस्त्यमुनि शैली प्रजापति, जिला युवा अधिकारी राहुल डबराल, सेनीट्ररी इन्स्पेक्टर शिवराज पंवार, एनडीडी कार्यक्रम समन्वयक विपिन सेमवाल, सुमन जुगराण इत्यादि मौजूद थे।

