रुद्रप्रयाग के छात्रों को नहीं लगानी पड़ेगी श्रीनगर व देहरादून की दौड़
महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में डेढ़ दशक बाद विज्ञान संकाय में प्रवेश प्रक्रिया शुरू
वर्तमान में महाविद्यालय का राबाइंका के पुराने भवन में हो रहा संचालन
क्षेत्रीय विधायक के आश्वासन के बाद विज्ञान वर्ग में प्रवेश प्रक्रिया की गई शुरू
रुद्रप्रयाग। राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में डेढ़ दशक बाद स्नातक स्तर पर विज्ञान वर्ग की कक्षाएं भी संचालित की जायेंगी। इन दिनों काॅलेज प्रबंधन की ओर से प्रवेश प्रक्रिया की कार्यवाही की जा रही है। ऐसे में अब छात्रों को श्रीनगर व देहरादून की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।
बता दें कि वर्ष 2006 में बीबीए, बीसीए व बीएससी एग्रीकल्चर पाठ्यक्रम के साथ शुरू महाविद्यालय रुद्रप्रयाग की शुरूआत हुई। पहले महाविद्यालय का संचालन आईटीआई के छात्रावास में किया गया, जबकि वर्तमान में राजकीय बालिका इंटर काॅलेज रुद्रप्रयाग के पुराने भवन में संचालन किया जा रहा है। स्थापना के डेढ़ दशक से अधिक समय बीत जाने के बाद भी डिग्री काॅलेज रुद्रप्रयाग को अपना कैंपस नहीं मिल पाया है, जिस कारण काॅलेज का संचालन बालिका इंटर काॅलेज के पुराने भवन पर किया जा रहा है, जहां पर छात्रों के लिए व्यवस्थाएं काफी कम हैं। ऐसे में बीएससी की कक्षाएं संचालित करने में महाविद्यालय प्रबंधन को और अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2022/01/image_editor_output_image277616919-1641374371400.jpg)
जवाड़ी में बन रहे काॅलेज कंैपस निर्माण के तहत अभी तक मात्र चार कक्षों का ही निर्माण हो पाया है। यहां पर महाविद्यालय के भवन का कार्य कई वर्षो से चल रहा है, जिसे पूरा होने में पता नहीं कितना समय लग जायेगा। क्षेत्रीय जनप्रतिनि इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। राबाइंका के पुराने भवन में संचालित हो रहे काॅलेज में अब स्नातक स्तर पर विज्ञान वर्ग की कक्षाएं भी संचालित की जायेंगी। शासन स्तर से यहां भौतिकी, रसायन, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान एवं गणित विषय के संचालन की मंजूरी मिल गई है। कॉलेज प्रबंधन ने भी विज्ञान वर्ग में प्रवेश के लिए आवेदन फार्म की बिक्री शुरू कर दी है। अभी तक 15 छात्र-छात्राओं ने आवेदन फॉर्म खरीद लिए हैं और बृहस्पतिवार छः जनवरी तक इसकी अंतिम तिथि रखी गयी है। स्नातक स्तर पर विज्ञान वर्ग की कक्षाएं शुरू होने से छात्रों में खुशी बनी हुई है। जनपद के बच्छणस्यूं, तल्लानागपुर, धनपुर, रानीगढ़ पट्टी के गांवो के छात्रों को बीएससी की पढ़ाई के लिये श्रीनगर व देहरादून की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। प्रभारी प्राचार्य डीएस चौहान ने बताया कि महाविद्यालय प्रशासन ने छात्र हित और क्षेत्र हित को देखते हुए बीएससी में कक्षा शुरू करने का निर्णय लिया है। बताया कि ये मान्यता बहुत पहले मिल गयी थी, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण पाठ्îक्रम को शुरू करने में देरी हुई। क्षेत्रीय विधायक और छात्र संघ पदाधिकारियों द्वारा संसाधन जुटाने के आश्वासन के बाद निर्णय लिया कि इस वर्ष सीमित 20 सीटों के लिए प्रवेश दिया जायेगा। अभी तक पन्द्रह छात्र-छात्राओं ने आवेदन फार्म ले लिए हैं।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2022/01/image_editor_output_image276693398-1641374432007.jpg)