पहाड़ों में प्राकृतिक जल स्रोतों को पूजने की है परम्परा: शैलारानी
महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में ‘वर्तमान परिदृश्य में जल संरक्षण को लेकर एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन
अगस्त्यमुनि। अप्रब राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में नमामि गंगे परियोजना के तहत स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत ‘वर्तमान परिदृश्य में जल संरक्षण को लेकर आम जनमानस की सहभागिता एवं चुनौतियां‘ विषय पर एक दिवसीय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में मुख्य अतिथि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि यह कार्यशाला हमें सिखाती है कि हमें किस प्रकार जल संरक्षण करना है। पहाड़ों में जल स्रोतों को पूजा जाता है। जो हमें प्रकृति के नजदीक लाता है। हमें फिर से इस संस्कृति को अपनाना होगा। जिससे हमारे जल, जंगल और जमीन भी बचेगी तथा पर्यावरण भी सुरक्षित रह पायेगा।

उन्होंने महाविद्यालय को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए वे प्रयासरत हैं। मुख्य वक्ता पाणी राखो आन्दोलन के प्रणेता एवं पर्यावरण रक्षक डॉ सच्चिदानन्द भारती ने कहा कि पहाड़ों में जल संरक्षण के लिए वर्षा आधारित जल संग्रहण की योजना की बड़ी महत्ता है। हमें सामूहिक प्रयास से चाल खाल बनाने हैं और जल, जंगल और जमीन को बचाना है। आधुनिक जीवन की होड़ में हम प्रकृति को भूलने लगे हैं, जिसके परिणाम स्वरूप आये दिन बाढ़ एवं भूस्खलन की आपदा हमें भारी नुकसान पहुंचा रही है। हमें फिर से प्रकृति को समझना होगा। इसके साथ ही उन्होंने पाणी राखो आन्दोलन द्वारा बनाई जा रही चाल खाल के बारे में विस्तार बताया तथा कहा कि इन चाल खालों के परिणाम स्वरूप पिछले 40 वर्षों से उफरेंखाल के जंगलों में आग नहीं लगी है। स्पर्श गंगा प्रहरी से सम्मानित गढ़वाल केन्द्रीय विवि के पौड़ी परिसर में कार्यरत प्रो प्रभाकर बड़ोनी ने कहा कि हमें अपनी नदियों को न केवल व्यापक रूप से स्वच्छ और संरक्षित करना होगा। बल्कि इस बात का भी ध्यान रखरना होगा कि नदी के जलीय जीवन एवं जैव विविधता का संरक्षण भी हो। छात्र संघ अध्यक्ष गौरव भट्ट ने केदारनाथ विधायक द्वारा महाविद्यालय की समस्याओं के समाधान के लिए दिए गये सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।

कहा कि विधायक ने महाविद्यालय को खनन न्यास से 55 लाख, विधायक निधि से 3 लाख पुस्तकालय के लिए तथा 2.70 लाख फर्नीचर के लिए दिया है। जो कि एक वर्ष में किसी भी विधायक द्वारा दिया गया, सबसे अधिक सहयोग है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो पुष्पा नेगी ने आगन्तुक अतिथियों का स्वागत करते हुए आभार जताया। संचालन नमामि गंगे कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ केपी चमोली नं किया। इससे पूर्व अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलित कर गोष्ठी का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर नमामि गंगे में प्रतिभाग कर रही छात्राओं द्वारा स्वांगत गीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी दी गई।



