देवरिया महोत्सव के सफल आयोजन को लेकर सौंपी जिम्मेदारियां
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर किया जायेगा मेले का भव्य आयोजन
ऊखीमठ। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पर्यटक स्थल देवरिया ताल में लगने वाले मेले के सफल आयोजन के लिए मेला समिति, तहसील प्रशासन, पुलिस प्रशासन सहित विभिन्न विभागों की बैठक तहसील सभागार में आहूत हुई, जिसमें मेले को भव्य रूप देने के लिए अनेक प्रस्ताव पारित किये गए।

तहसील सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मेलाधिकारी एवं उप जिलाधिकारी जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि देवरिया ताल महोत्सव को भव्य रूप देने के लिए सामूहिक पहल होनी चाहिए तथा सभी विभागों को मेले को भव्य देने के लिए सजगता से कार्य करना होगा। उन्होंने पुलिस प्रशासन, वन, स्वास्थ्य, जल संस्थान, लोक निर्माण विभाग, बिजली, जिला पंचायत व सुलभ सहित विभिन्न विभागों को सभी व्यवस्थायें चाक-चैबंद करने के निर्देश दिए। बैठक में निर्णय लिया गया कि मेले के दौरान देवरियाताल में पर्यावरण संरक्षण के लिए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जायेगा तथा देवरिया ताल के चारों तरफ पुलिस व जल पुलिस के जवानों के साथ ही एसडीआरएफ, वन विभाग को तैनात किया जायेगा तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य कैंप लगाया जायेगा। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कोई भी व्यापारी ताल के निकट अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान नहीं खोलेंगे तथा सभी व्यापारियों को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना होगा। साथ ही खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता अपनानी होगी। यह भी निर्णय लिया गया कि जल संस्थान की ओर से देवरिया ताल में पानी की व्यवस्था की जायेगी तथा सारी गांव में टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति सप्लाई की जायेगी। साथ ही सभी पेय पदार्थों पर क्यू आर कोड लागू करने के लिए स्टाॅल लगाये जायेंगें।

बैठक में देवरियाताल विकास महोत्सव समिति अध्यक्ष दिलवर सिंह नेगी ने बताया कि देवरिया ताल मेले में उत्तराखण्ड के सुप्रसिद्ध जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण द्वारा धार्मिक भजनों की प्रस्तुति दी जायेगी। इस बार बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले नौनिहालों और समाजसेवियों को देवरिया ताल शिरोमणि सम्मान से नवाजा जायेगा। इस मौके पर सचिव योगेन्द्र नेगी, कोषाध्यक्ष मुकेश नेगी, उपाध्यक्ष प्रेमलता पन्त, प्रर्मिला देवी, गजपाल भटट्, कैलाश पुष्वाण, प्रभारी निरीक्षक सुरेश चन्द्र बलूनी, वन दरोगा रघुवीर पंवार, रजिस्टार कानूनगो सतीश भट्ट सहित स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग, विधुत विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व मेला समिति के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।
