कल से केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य होंगे बंद: तीर्थ पुरोहित
चार सूत्री मांगों को लेकर तीर्थ पुरोहितों का आमरण अनशन जारी
हाई एल्टीट्यूट के कारण बिगड़ने लगी तीर्थ पुरोहितों की तबियत
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम में भू-स्वामित्व सहित अपनी चार सूत्री मागों को लेकर केदारनाथ तीर्थपुरोहितों का आंदोलन लगातार जारी है। मंगलवार को भी संदीप सेमवाल और कमल तिवारी आमरण अनशन पर डटे रहे। हालांकि हाई एल्टीट्यूट होने की वजह से उनकी तबियत भी बिगड़ने लगी है। इधर, तीर्थ पुरोहितों ने कल से केदारनाथ में पुनर्निर्माण काम रोकने की भी चेतावनी दी है।

केदारनाथ मंदिर परिसर में एक किनारे तीर्थपुरोहितों द्वारा तम्बू लगाकर आंदोलन किया जा रहा है। क्रमिक अनशन के बाद तीर्थ पुरोहितों ने आमरण अनशन शुरू किया है, लेकिन बीते 24 घंटे से किसी प्रशासन अधिकारी और जनप्रतिनिधि के मौके पर न पहुंचने से तीर्थपुरोहितों में आक्रोश है। केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी ने कहा कि शासन-प्रशासन के उच्च अधिकारी को आकर उनसे वार्ता करनी चाहिए। यदि यही रवैया रहा तो आंदोलन काफी उग्र होगा, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। सभी तीर्थपुरोहितों ने कल से केदारनाथ में काम रोकने की भी चेतावनी दी है। साथ ही कहा कि केदानाथ में भारी सामान ला रहे चिनूक हेलीकॉप्टर को भी केदारनाथ धाम में न उतरने को लेकर भी विचार किया जा रहा है। सहमति बनते ही इसका भी विरोध किया जाएगा। कहा कि सरकार ने उनकी भूमि तो अधिगृहित कर दी है, लेकिन उन्हें भवन नहीं दिए और ना ही भूमि का अधिकार दिया। महज उन्हें बरगलाने का काम किया जा रहा है। कहा कि अभी शासन-प्रशासन आंदोलन को हल्के में ले रहा है, लेकिन यदि आंदोलन उग्र हुआ तो यह किस स्थिति तक जाएगा, इसका किसी को पता नही है। आमरण अनशनकारियों के स्वास्थ्य में भी गिरावट आने लगी है, इसको देखते हुए उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई की जानी चाहिए। अन्यथा सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस मौके पर केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, तीर्थपुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी, कोषाध्यक्ष प्रवीण तिवारी, सदस्य प्रदीप शुक्ला एवं पंकज शुक्ला, संतोष त्रिवेदी, पंकज शुक्ला, विजेन्द्र शर्मा, उमेश चन्द्र पोस्ती, देवेश बाजपेई, अनिल बगवाडी, चिमनलाल शुक्ला, प्रदीप शुक्ला, अरविंद शुक्ला, अनुराग शुक्ला, आशीष शुक्ला सहित कई तीर्थपुरोहित एवं व्यापारी मौजूद थे।
