न्याय पंचायत स्तर पर किया जा रहा शिकायतों का निस्तारण
सुशासन सप्ताह के तहत शिविरों में पहुंच रहे अधिकारी
रुद्रप्रयाग। मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार के निर्देश पर सुशासन सप्ताह के अंतर्गत न्याय पंचायत स्तर पर जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों की शिकायतों के निराकरण को लेकर शिविर आयोजित किए गए। आयोजित के अंतर्गत सीपी ग्राम, सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के निवारण करने सहित पंचायत व अन्य विभागों के सीटीजन चार्टर लागू किए जाने की स्थिति व सेवाओं के वितरण संबंधी शिकायतों का निराकरण किया गया।
न्याय पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजन को लेकर मुख्य विकास अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला विकास अधिकारी को न्याय पंचायत सुमेरपुर, जबकि मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को उच्छाढुंगी व अधिशासी अभियंता सिंचाई को मरोड़ा न्याय पंचायत के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया था। इसी तरह न्याय पंचायत मयकोटी में अधिशासी अभियंता पेयजल निगम, न्याय पंचायत चोपड़ा में परियोजना निदेशक डीआरडीए तथा न्याय पंचायत पीपली में अर्थ व संख्याधिकारी को नोडल बनाया गया था। न्याय पंचायत चोपता, चंद्रापुरी व पौड़ीखाल के लिए उद्यान अधिकारी, अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई व महाप्रबंधक जिला उद्योग को नोडल नामित किया गया। युवा कल्याण अधिकारी, जिला क्रीड़ा अधिकारी, सहायक अभियंता लोनिवि व अधिशासी अभियंता लोनिवि जखोली को क्रमशः न्याय पंचायत सारी, अगस्त्यमुनि, भीरी, बजीरा में आयोजित कार्यक्रम का नोडल बनाया गया था। उन्होंने बताया कि सौंराखाल न्याय पंचायत के लिए अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड को जबकि पांजणा न्याय पंचायत के लिए अधिशासी अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग को तैनात किया गया था।

इसी तरह स्यूर बांगर, कोट बांगर, डांगी व बष्टा बड़मा में क्रमशः पूर्ति अधिकारी, मुख्य कृषि अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी व उप प्रभागीय वनाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई थी। न्याय पंचायत जवाड़ी में सेवायोजन अधिकारी, कंडाली में जिला कार्यक्रम अधिकारी, ऊखीमठ में अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई, ल्वारा में अधिशासी अभियंता जल संस्थान जबकि न्याय पंचायत गुप्तकाशी में सिंचाई खंड केदारनाथ को नोडल बनाया गया था। बताया कि न्याय पंचायत मनसूना, फाटा व सतेराखाल के लिए सहायक अभियंता लोनिवि ऊखीमठ, सहायक अभियंता जल निगम व जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया था। बताया कि इस दौरान न्याय पंचायत स्तर पर ग्रामीणों से संबंधित शिकायतों को दर्ज किया गया। जबकि कई शिकायतों का मौके पर ही निराकरण किया गया। उन्होंने बताया कि सुशासन सप्ताह के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी अभियान प्रशासन गांवों की ओर शिविरों का आयोजन किया गया। इनमें परिवार रजिस्ट्रर की नकल, जन्म व मृत्यु प्रमाण-पत्र, मनरेगा, गौशाला आदि से संबंधित शिकायतों का निस्तारण किया गया। साथ ही आगामी विधान सभा निर्वाचन के दृष्टिगत समस्त न्याय पंचायतों में उपस्थित अधिकारियों द्वारा स्थानीय जन प्रतिनिधियों व मतदाताओं को जागरुक किया गया। और उन्हें मतदान हेतु शपथ भी दिलाई गई।