पर्यावरण संरक्षण को लेकर एकजुटता से कार्य करने की आवश्यकता: नैनवाल
वन विभाग ने जाखाल के सेमा गांव में मनाया हरेला पर्व
पुलिस अधीक्षक ने अपने स्टाफ के साथ पुलिस कार्यालय परिसर में किया पौधारोपण
रुद्रप्रयाग। वन विभाग की ओर से जाखाल के सेमा गांव के आरक्षित वन में हरेला पर्व मनाया गया। यहां डिप्टी रेंजर जखोली किशोर चन्द्र नैनवाल के नेतृत्व में वन कर्मियों एवं स्थानीय ग्रामीणों ने अनेक प्रकार के वृक्षों का रोपण किया।

इस अवसर पर डिप्टी रेंजर किशोर चन्द्र नैनवाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के साथ ही हमें वनों की सुरक्षा को लेकर भी संकल्प लेने की जरूरत है। जब हमारे वन सुरक्षित रहेंगे, तभी पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा। कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर एकजुटता से कार्य करने की आवश्यकता है। कहा कि अपने आस-पास के इलाकों के साथ ही जंगलों में भी पौधों का रोपण करें। इससे प्रकृति को फायदा पहुंचने के साथ ही मनुष्य को भी चारापत्ती की समस्या से निजात मिल जायेगी। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा चारापत्ती के पौधों का रोपण करें। कार्यक्रम में रीठा के 50, आंवला के 30, दाड़िम के 20, कचनार के 30 पौधों का रोपण किया गया। इस मौके पर उक्रांद नेता भगत चौहान, सामाजिक कार्यकर्ता एलपी डिमरी, सुरजन सिंह नेगी, गोविंद सिंह चौहान, अंकिता, रणवीर भंडारी, विजयपाल बर्त्वाल, भरत सिंह जगवाण, मोहन सिंह चौहान, रामेश्वर गौड़, रमेश नौटियाल, वीरा देवी, अमित सिंह, प्रेम लाल, राजेन्द्र प्रसाद डिमरी सहित अन्य मौजूद थे।

वहीं पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने अपने स्टाफ के साथ पुलिस कार्यालय परिसर पौधारोपण कर हरेला पर्व मनाया। इसके अलावा पुलिस लाइन, थाना एवं चैकियों पर वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाया गया। पुलिस विभिन्न स्थानों पर लगभग 100 से अधिक फलदार एवं छायादार वृक्षों का रोपण उनके संरक्षण का संकल्प लिया। पुलिस लाइन में उत्तराखण्ड पुलिस वाइव्ज वैलफेयर एसोशियेशन के तत्वाधान में पुलिस परिवार की महिलाओं ने पुलिस लाइन व आवासीय परिसर की साफ-सफाई कर वृक्षारोपण किया। साथ ही आसपास के पर्यावरण को हरा-भरा बनाने का संकल्प लिया। इधर, संस्कृत महाविद्यालय रुद्रप्रयाग में शिक्षक एवं छात्रों ने महाविद्यालय परिसर में विभिन्न प्रजाति के बीस वृक्षों का रोपण किया। प्राचार्य शशिभूषण बमोला ने कहा कि यह पर्व हमारी सनातन संस्कृति का अभिन्न अंग है। तथा सुख समृद्धि एवं खुशहाली का प्रतीक है। इस अवसर पर देवी प्रसाद, जयप्रकाश गौड, सुखदेव सिलोडी, प्रवीन कुमार, कुलदीप डिमरी समेत कई छात्र उपस्थित थे।







