चारधाम यात्रा को लेकर सरकार की तैयारी नाकाफी: सूरज
धरातल पर उतरकर व्यवस्थाओं का जायजा लेने की जरूरत,
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने उठाए यात्रा व्यवस्थाओं पर सवाल,
रुद्रप्रयाग। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा की तैयारी को परखने के लिए जिला मुख्यालय में बंद कमरे में अधिकारियों के साथ बैठक कर यह संदेश देना चाहते हैं कि सरकार की तैयारी पूरी है, मगर जमीनी हकीकत कुछ और ही है। सोनप्रयाग से केदारनाथ तक भारी अव्यवस्था है। सरकार गंभीर होती तो मुख्यमंत्री और उनके मंत्री धरातल पर उतरकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेते।
यहां जारी बयान में कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि जो बैठक मुख्यमंत्री धामी जिला मुख्यालय पर ले रहे थे, वह बैठक केदारनाथ धाम में भी ली जा सकती थी। जिससे यात्रा व्यवस्था में तैनात सभी अधिकारियों को जमीनी सच्चाई का पता चलता, मगर सरकार और अधिकारी यात्रा में हो रही अव्यवस्थाओं को उजागर नहीं कर रहे हैं। ऐसे में तीर्थ यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को शुरू होने में कुछ ही घंटों का समय है, लेकिन सरकार और प्रशासन द्वारा स्थानीय लोगों के साथ समन्वय नहीं बनाया जा रहा है। यात्रा पर निर्भर रहने वाली केदार घाटी के निवासियों का मनोबल भी प्रशासन द्वारा लगातार गिराया जा रहा है, जिसके चलते घाटी के युवा बेरोजगार चेहरों के दिलों दिमाग पर मायूसी छाई हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार के बेलगाम अधिकारी अपनी मनमर्जी पर उतारू हैं और यात्रा को अपने हिसाब से चलाना चाहते हैं।
घोड़ा-खच्चर, डंडी कंडी मजदूर से लेकर होटल व्यवसायी परेशान हैं। यात्रियों की सीमित संख्या करके व्यापारियों को संकट में डाल दिया है। गुप्तकाशी से लेकर पूरी केदारघाटी में डेढ़ लाख तीर्थयात्रियों की रहने की जगह और घूमने वाली आबादी की समग्र व्यवस्था का निर्माण हो चुका है। वहीं दूसरे तरफ प्रशासन और सरकार क्षेत्र में केवल 18 हजार यात्रियों को जाने की अनुमति दे रहा है, जो क्षेत्रवासियों की आय के लिए बड़ा चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार को चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं में समय रहते सुधार करने की जरूरत है। इसके साथ ही यात्रियों की सीमित संख्या को भी खत्म किया जाए।