सरकार नहीं कर रही आर्थिक रूप से मदद: मैठाणी
महाकवि कालीदास समारोह में दूसरे दिन रही गढ़वाली भाषा में कवि सम्मेलन की धूम
गुप्तकाशी। कविल्ठा में आयोजित महाकवि कालीदास समारोह के दूसरे दिन गढ़वाली भाषा पर आधारित कवि सम्मेलन की धूम रही। स्थानीय मंगल दल समूह और क्षेत्रीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने संस्कृत, गढ़वाली तथा हिंदी भाषा पर आधारित गीत, नृत्य प्रस्तुत किए।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2023/11/IMG-20231124-WA0048-1024x461.jpg)
समारोह के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि पूर्व पालिका अध्यक्ष कृष्णानंद मैठाणी ने कहा कि वर्तमान समय में समिति आर्थिक विपन्नता से जूझ रही है। संस्कृत भाषा के संरक्षण, संवर्द्धन की दिशा में सकारात्मक प्रयासों के लिए सरकार की ओर से आर्थिक रूप से मदद नहीं मिल पा रही है। कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि नीरज नैथानी की मैं जोशीमठ बोल रहा हूं। गढ़वाली भाषा की कवयित्री उपासना सेमवाल ने बाबा म्येरा चार धाम छा तथा अजय चौधरी ने संस्कृत भाषा में कालीमठ की स्तुति सुनाई। इससे पूर्व प्रसिद्ध संस्कृत विद्धानों ने कालीदास की जन्मस्थली पर आधारित शोध पत्रांे का वाचन किया। इससे पूर्व महाकवि कालीदास भू स्मारक समिति के अध्यक्ष बीरेन्द्र सिंह रावत एवं महामंत्री सुरेशा गौड़ ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण करके बैच अलंकरण किया। कार्यक्रम में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भी दिए गए। इस अवसर पर क्षेपंस सोमेश्वरी भटृ, प्रधान अरविंद राणा, मनबर सिंह, विशम्बर भटृ, रोशनी चैहान, केके श्रीवास्तव, उपहार समिति के अध्यक्ष बिपिन सेमवाल समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2023/11/IMG-20231124-WA0048-2-1024x461.jpg)
![](https://rudraprayagpost.in/wp-content/uploads/2023/11/IMG-20231124-WA0048-1-1024x461.jpg)