घिमतोली में बिजली पोल सड़ने से दुर्घटना का बना भय
विभाग को पोल बदलने की मांग को किया जा रहा दरकिनार
रुद्रप्रयाग। पट्टी तल्लानागपुर के सीमांत हिल स्टेशन घिमतोली के मध्य लगा बिजली का पोल स्थानीय व्यापारियों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है। बिजली के पोल के निचले हिस्से के खोखला होने से कभी धराशायी हो सकता है। यदि बिजली का पोल धराशायी होता है तो किसी बड़ी अनहोनी होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों व ग्रामीणों ने बिजली विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों से बिजली का पोल बदलने की गुहार लगाई, मगर विभाग की ओर से कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है।

बता दें कि घिमतोली मुख्य बाजार में लगा बिजली का पोल सड़ने के कारण धीरे-धीरे कमजोर होता जा रहा है। आलम यह है कि बिजली का पोल लगभग 80 प्रतिशत सड़ने से कभी भी धराशायी हो सकता है। क्षेत्र पंचायत सदस्य घिमतोली अर्जुन सिंह नेगी ने बताया कि बिजली का पोल कभी भी धराशायी हो सकता है और बिजली के पोल के धराशायी होने से बहुत बड़ा हादसा होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। प्रधान बसंती नेगी ने बताया कि घिमतोली बाजार से पोखरी, हापला, कलसीर, चन्द्रनगर, भणज, जागतोली, रौता सहित विभिन्न गांवों व कार्तिक स्वामी तीर्थ जाने वाले ग्रामीणों व तीर्थ यात्रियों के वाहनों की आवाजाही निरन्तर होती रहती है। ऐसे में कभी भी कोई भी वाहन बिजली के पोल के चपेट में आ सकता है। पूर्व प्रधान रघुवीर सिंह नेगी ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को बार-बार अवगत कराने के बाद भी विभागीय अधिकारी ग्रामीणों की फरियाद सुनने को राजी नहीं हंै। स्थानीय व्यापारी उमेद सिंह नेगी, मनवर सिंह नेगी, प्रेम सिंह नेगी ने बताया कि बिजली के पोल गिरने का भय व्यापारियों को हर समय सता रहा है। उनका कहना है कि यदि बिजली के पोल गिरने से कोई बड़ा हादसा होता है तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी बिजली विभाग की होगी।
