देवेंद्र का आईआईटी इन्जीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर चयनअगस्त्यमुनि में उनके घर पर बधाई देने वालों का लगा है
रुद्रप्रयाग। स्थानीय युवा देवेन्द्र सिंह नेगी की नियुक्ति आईआईटी जोधपुर के धातुकर्म एवं पदार्थ इन्जीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर के पद पर होने पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। अगस्त्यमुनि में उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है। उनकी इस उपलब्धि पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े व्यक्तियों ने खुशी जाहिर करते हुए उन्हें बधाई देते दी है तथा कहा कि उनकी सफलता अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का कार्य करेगी। चिल्ड्रन एकेडमी एवं राइका अगस्त्यमुनि के छात्र रहे देवेन्द्र सिंह नेगी ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर न केवल विद्यालय का बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। संसाधनों की कमी से जूझते हुए सफलता के शिखर पर पहुंचना आसान नहीं होता है। परन्तु देवेन्द्र ने वो कर दिखाया है जो हर कोई नहीं कर पाता है। एक छोटे से कस्बे के अल्प संसाधनों के साथ संसाधनों से युक्त अन्य छात्रों से स्पर्धा करते हुए उनकी यह सफलता कई मायनों में बहुत बड़ी है। जिस आईआईटी जैसी प्रतिष्ठित संस्थान में प्रवेश लेने के लिए ही कढ़ी प्रतिस्पर्धा से गुजरना होता है ऐसे में उस प्रतिष्ठित संस्थान में सहायक प्रोफेसर बनने के लिए देवेन्द्र को कितनी स्पर्धा करनी पड़ी होगी यह उनकी सफलता से जाहिर होता है। मूल रूप से रूद्रप्रयाग जनपद की बसुकेदार तहसील के पठालीधार क्षेत्रान्तर्गत सिनघाटा गांव के निवासी देवेन्द्र ने अगस्त्यमुनि में अपने पिता के साथ रहकर शिक्षा ग्रहण की है। उनके पिता दिग्पाल सिंह नेगी उद्यान विभाग में अपर उद्यान अधिकारी के पद पर अगस्त्यमुनि में कार्यरत हैं। जबकि माता रजनी नेगी गृहणी हैं। दो भाइयों में बढ़े देवेन्द्र प्रारम्भ से ही होनहार छात्र रहे हैं। हाईस्कूल की परीक्षा चिल्ड्रन एकेडमी से 2003 में पास की जिसमें उन्होंने राज्य स्तर पर 13 वां स्थान प्राप्त किया। जबकि इण्टर की परीक्षा राइका अगस्त्यमुनि से 2005 में पास की। इस बार उन्होंने अपनी मेरिट में सुधार करते हुए राज्य स्तर पर 9वां स्थान हासिल किया। बीएससी की पढ़ाई राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि से की जबकि एमएससी (भौतिक विज्ञान) के लिए वे गोबिन्द बल्लभ पन्त विवि, पंतनगर गये। प्रतिष्ठित नेट परीक्षा उन्होंने तीन बार पास की। जवाहर नेहरू अति आधुनिक वैज्ञानिक खोज संस्थान से पीएचडी करने के बाद दो वर्ष तक स्वीडन के उपसाला में वैज्ञानिक के पद पर कार्य किया। उसके बाद कई वर्षों तक जर्मनी के मैक्स प्लॉक भौतिक विज्ञान संस्थान स्टुटगार्ट में वैेज्ञानिक के तौर पर अपनी सेवायें दी। अभी हाल ही में वे आईआईटी जैसी प्रतिष्ठित संस्थान के जोधपुर कैम्पस में मेटालर्जिकल एवं मटीरियल इन्जीनियरिंग विभाग में सहायक प्रोफेसर के पर पर नियुक्त हुए हैं। उन्हें बधाई देने वालों में केदारनाथ विधायक मनोज रावत, पूर्व विधायक शैलारानी रावत, आशा नौटियाल, जिपंअ अमरदेई शाह, पूर्व अध्यक्ष चण्डीप्रसाद भट्ट, पूर्व दर्जाधारी अशोक खत्री, अजेन्द्र अजय, बीना बिष्ट, नपं अध्यक्ष अरूणा बेंजवाल, सांसद प्रतिनिधि श्रीनन्द जमलोकी, नपं सभासद उमा प्रसाद भट्ट, दिनेश बेंजवाल, चन्द्रशेखर बेंजवाल, व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन बिष्ट, महामंत्री त्रिभुवन नेगी, प्रधान संगठन के अध्यक्ष विजयपाल राणा, पूर्व अध्यक्ष विक्रम नेगी, जिपंस कुलदीप कण्डारी, पूर्व सदस्य सुलोचना देवी, बीरसिंह बुडेरा, क्षेपंस सावन नेगी, पूर्व सदस्य माधुरी नेगी आदि रहे।
