मधु गंगा में समाया पुल, दो सौ ज्यादा यात्री फंसे
बनातोली में मदमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला पुल बहा,
जुगासू में बना पुल भी खतरे की जद में आया,
खतरे की जद में ग्रामीण, गौंडार गांव का कटा संपर्क,
मदमहेश्वर घाटी में गहरा सकता है खाद्यान्न संकट
ऊखीमठ। मदमहेश्वर घाटी की सीमांत ग्राम पंचायत गौंडार गांव के बनातोली में मधु गंगा नदी पर बना पुल मूसलाधार बारिश व नदी के उफान में आने के कारण नदी में समा गया। पुल के नदी में समाने के कारण मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों का सम्पर्क गौंडार गांव से कट गया है और मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर सैकड़ों यात्री फंस गये हैं। बनातोली में मधु गंगा का जल स्तर उफान में आने के कारण आवासीय भवनों और लाॅजो में मलबा घूसने से भारी नुकसान की सूचना है तथा मधु गंगा के कटाव से बनातोली यात्रा पड़ाव खतरे की जद में आ गया है।
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मदमहेश्वर घाटी में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मधु गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ने से ग्रामीणों में भय बना हुआ है। मधु गंगा का जल स्तर लगातार बढ़ने से मधु गंगा नदी में जुगासू पर बना पुल भी खतरे की जद में आ गया है। आने वाले दिनों में यदि मदमहेश्वर घाटी में बारिश का क्रम इसी तरह जारी रहा तो मदमहेश्वर घाटी के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं तथा कई गांवों का तहसील मुख्यालय से सम्पर्क कटने से कई गांवों में खाद्यान्न सहित रोजमर्रा की वस्तुओं का संकट बन सकता है। मदमहेश्वर यात्रा के अहम पड़ाव बनातोली में मधु गंगा नदी पर बने पुल की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार जयकृत सिंह रावत, राजस्व उप निरीक्षक दिवाकर डिमरी, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ मौके पर पहुंच गयी थी।
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तहसील प्रशासन व मन्दिर समिति ने मदमहेश्वर यात्रा पड़ावों पर फंसें तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी। जानकारी देते हुए प्रधान गौंडार बीर सिंह पंवार ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में लगातार मूसलाधार बारिश होने से मधु गंगा के उफान में लगातार वृद्धि हो रही है तथा बनातोली में मधु गंगा पर बना पुल नदी में समाने से मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों का सम्पर्क कट गया है। ग्रामीण भरत सिंह पंवार ने बताया कि बनातोली में कई होटल व ढाबों को खतरा बना हुआ है। उपजिलाधिकारी जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर दो सौ से अधिक यात्री फंसे हुए हैं तथा सभी तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है, मगर मदमहेश्वर धाम में मूसलाधार बारिश होने से हेलीकॉप्टर को उड़ाने भरने में बाधा पहुंच रही है।
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मन्दिर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण ने बताया कि मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर ठहरे सभी तीर्थ यात्रियों को यथा स्थान पर रुकने की सलाह दी गयी है। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार जयकृत सिंह रावत व राजस्व उप निरीक्षक दिवाकर डिमरी ने बताया कि राहत व बचाव दल मौके पर है, मगर मधु गंगा का जल स्तर बढने से रेस्क्यू करना जोखिम भरा है। उन्होंने बताया कि नदी जल स्तर घटने पर रेस्क्यू कार्य शुरू किया जा सकता है। मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर एक सप्ताह बाद खाद्यान्न संकट गहराने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है।
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