व्यवसायियों के पुनर्स्थापना के लिए बनाई जाए ठोस नीति
अतिक्रमण को लेकर डीएम से मिले उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारी
अगस्त्यमुनि बाजार में तोड़-फोड़ करने के वजाय बाईपास निर्माण की मांग
रुद्रप्रयाग। जनपद में व्यापारियों के हटाए गए अतिक्रमण को लेकर शुक्रवार को जिला उद्योग व्यापार मंडल ने डीएम सौरभ गहरवार से मुलाकात कर सकारात्मक कार्यवाही की मांग की। साथ ही अतिक्रमण में चिन्हित व्यवसायियों के लिए पुनर्स्थापना के लिए ठोस नीति बनाने की मांग की।

जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल ने डीएम से मुलाकात कर कहा कि जनपद में विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले सड़के किनारे व्यापारी पिछले 50-60 सालों से व्यवसाय कर अपना परिवार चला रहे हैं, लेकिन वर्तमान में उच्च न्यायालय का हवाला देते हुए उन्हें अतिक्रमण की श्रेणी में मानते हुए चिन्हित कर उनके झोपडे़ उजाड़े जा रहे हैं। कहा कि संगठन अतिक्रमण का समर्थन तो नहीं करता है, लेकिन प्रदेश के हजारों व्यापारियों को उजाड़कर उन्हें बेरोजगार कर देने से प्रदेश सरकार की नीतियों पर अंगुली उठेगी। कई दशकों से इन व्यापारियों ने स्वरोजगार के माध्यम से अपना परिवार का भरण पोषण तो किया, साथ ही प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय में भी अहम योगदान निभाया है। ऐसे में इन व्यापारियों के लिए प्रदेश सरकार ठोस नीति बनाने और इनके पुनर्स्थापना की व्यवस्था करने की मांग की। कहा कि अगस्त्यमुनि में बाईपास का निर्माण पूराकर बाजार में तोड़ फोड न की जाए। ताकि बाईपास से ही वाहनों का आवागमन हो सके। इसके अलावा सेंचुरी क्षेत्र में वर्षो पूर्व से अपना रोजगार कर रहे व्यापारियों के लिए ठोस नीति बनाकर उनका पुनस्र्थापन किया जाए। यदि शीघ्र मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं होती है, तो उन्हें धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पडेगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अंकुर खन्ना, जिला महामंत्री चन्द्रमोहन सेमवाल, प्रदेश संगठन मंत्री मोहम्मद उस्मान, भूपेन्द्र मैठाणी, बुद्धिबल्लभ ममगांई, मदन सिंह रावत, नितिन जमलोकी, राजेश नेगी, त्रिभुवन नेगी, मासून खान, अंकित गैरोला, केशव नौटियाल सहित अन्य मौजूद थे।
