उपनल कर्मियों ने लिया 12 से आंदोलन का निर्णय
सरकार की क्रूर नीतियों से परेशान हैं उपनल कर्मचारी,
रुद्रप्रयाग। प्रतिवर्ष मानेदय में 20 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करने समेत कई मांगों को लेकर जिला उपनल महासंघ ने 12 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। सरकार की क्रूर नीतियों और शासन स्तर से मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही न होने पर उपनल कर्मचारियों में खासा रोष व्याप्त है।
जिला मुख्यालय उपनल संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल गुंसाई की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पिछले लंबे समय से उपनल कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं, लेकिन उनकी मांगों पर सरकार कोई सकारात्मक निर्णय नहीं ले रही है। जिससे कर्मचारियों में खासा रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश को उपनल कर्मचारी में लागू किए जाने एवं 18 जुलाई का अपर सचिव का आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जाने की मांग की है। कहा कि कर्मचारियों को मिलने वाले मानदेय को लेकर भी सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने प्रतिवर्ष मानदेय में बीस प्रतिवर्ष बढ़ाने की मांग की है। ताकि कर्मचारी अपने परिवार का भरण पोषण सही प्रकार से कर सकंे।
उन्होंने हटाए गए कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से सेवा लेने एवं जिन उपनल कर्मचारी के स्थान पर नियमित कर्मचारी आ रहे हैं, उन्हें दूसरे विभाग में नियुक्ति दी जाए। आकस्मिक उपनल कर्मचारी की मृत्यु 20 लाख का मुआवजा एवं अनुकंपा के आधार पर परिवार-जन को नौकरी दिए जाने की मांग की है। जिन जिलों में कर्मचारी राज्य बीमा का सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है, वहां तत्काल प्रभाव से इस सुविधा का लाभ दिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार की क्रूर नीतियांे से परेशान होकर आंदोलन का फैसला लिया है। विभागों से बार-बार कर्मचारियों को बाहर किया जा रहा है। 8 से 10 वर्ष तक निरंतर विभागों में सेवा देने के पश्चात कई कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं मिल रहा है। कर्मचारियों ने कहा कि यदि शीघ्र उक्त मांगों पर समय रहते कोई कार्यवाहीं नहीं होती है, तो उन्हें 12 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होना पडेगा। बैठक में जिला महामंत्री अमित भारद्वाज, पंकज बुटोला, देवेन्द्र सिंह, नरेन्द्र पंवार, जीतराम पौंठियाल, पूनम देवी, माणिक चन्द समेत कई कर्मचारी उपस्थित थे।