दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए कार्य करने की जरूरत
मेडिकल सर्विस सेंटर कोलकाता की ओर से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए गए स्वास्थ्य शिविर,
शिविर में बीपी व शूगर के मरीजों की संख्या रही ज्यादा,
रुद्रप्रयाग। मेडिकल सर्विस सेंटर कोलकाता की ओर से जनपद के सुदूरवर्ती गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवाइयां वितरित की गई। मेडिकल सर्विस सेंटर के वरिष्ठ सर्जन डॉ अनूप कुमार मैती के नेतृत्व में पांच सदस्य चिकित्सकों की टीम ने जखोली ब्लॉक के ग्राम दरमोला, अगस्त्यमुनि ब्लॉक के भीरी, पैलिंग, बीरों देवल, रतूड़ा में निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाए। शिविर में ईसीजी, बीपी व शूगर की जांच कर लोगों का इलाज किया।
मेडिकल सर्विस सेंटर आपदा के बाद से दूरस्थ गांव में प्रत्येक वर्ष स्वास्थ्य शिविर लगाकर स्वास्थ्य सेवाएं देती आ रही हैं। मेडिकल सर्विस सेंटर की ओर से ग्रास रूट पर लोगों को दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जनपद के नागरिकों ने सम्मान समारोह आयोजन कर टीम के सदस्यों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर डाॅ अनूप कुमार मैती ने कहा कि मेडिकल सर्विस सेंटर राष्ट्रीय स्तर की एक सामाजिक स्वास्थ्य संस्था है। 1977 से अभी तक देश के विभिन्न स्थानों पर आई प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं में संस्था मेडिकल कैंप लगाकर चिकित्सा राहत प्रदान करती है।
केदारनाथ आपदा के बाद उन्होंने निर्णय लिया कि वे वर्ष में एक बार उत्तराखंड आकर अपनी सेवाएं देंगे। मेडिकल टीम के वरिष्ठ चिकित्सक व पूर्व लोकसभा सांसद डॉ तरुण मंडल ने कहा कि अभी तक शिविर में अधिकांश बीपी व शूगर के मरीज पाए गए हैं। इस प्रकार के लक्षण दिनचर्या व खानपान में बदलाव के कारण होते हैं। डाॅ मंडल ने कहा कि देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभी बहुत पीछे है। दूर-दराज के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने के लिए बहुत कार्य करने की जरूरत है। लोगों को शिविर में लाने के लिए राजकीय इंटर कॉलेज रतूड़ा व भीरी के एनएसएस व स्काउट के स्वयंसेवियों की सराहना की।
इस दौरान फिरोजा फिरदोस ने राइंका रतूड़ा व कन्या जूनियर हाईस्कूल की छात्राओं को हाइजीन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डायट रतूड़ा के वरिष्ठ प्रवक्ता हरि बल्लभ डिमरी ने मेडिकल सर्विस सेंटर के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि केदारनाथ आपदा के दौरान बहुत सारी संस्थाओं ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य किया, लेकिन यह एक ऐसी संस्था है जो आपदा में एक वर्ष तक जनपद के दूर-दराज के गांवों में विशेषज्ञ डॉक्टर के साथ जाकर लोगों को हरसंभव निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं देती रही है। इस अवसर पर राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व जिला अध्यक्ष आनंद सिंह जागवाण ने कहा कि 2013 की आपदा के दौरान मेडिकल सर्विस सेंटर की टीमों के साथ कार्य करने का उन्हें भी अवसर मिला। उन्होंने आपदा के दौरान मेडिकल सर्विस सेंटर की टीम के कार्यों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन राजकीय शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष शीशपाल पंवार ने किया। इस अवसर पर डाॅ हरिकृष्ण मैती, डॉ नरेश, डॉ राजकुमार सीत, डाॅ धू्रव चौहान, भस्वती मुखर्जी, उन्नति चटर्जी, पाली राय, डॉ मुकेश सेमवाल, पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी सुरेंद्र लाल केडवाल, नरेंद्र बिष्ट डॉ राखी बिष्ट, अनिल चौकियाल, इंदुकांता भंडारी, रंजन चमोली, रचना पुरी मातवर बिष्ट, प्रधनाध्यापिका प्रेमलता नेगी, डाॅ गुरु प्रसाद सती, रामचंद्र चमोला, सतीश नेगी, रणवीर सिंधवाल, मंजू शर्मा, प्रधान प्रतिनिधि, राजेंद्र नेगी, कमल सिंह पवार, रमेश सिंह, पवार रेशमा पंवार आदि उपस्थित थे।