डिप्टी लेबर कमिश्नर के आश्वासन के बाद मजदूरों की हड़ताल समाप्त
मेगा कंपनी के खिलाफ चल रहा था मजदूरों का आंदोलन
रुद्रप्रयाग। समानजनक मानदेय को लेकर रेलवे की कार्यदायी संस्था मेगा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्टक्चर कंपनी के खिलाफ चल रही संविदा श्रमिक संघ सम्बद्ध (सीटू) के मजदूरों की हड़ताल डिप्टी लेबर कमिश्नर देहरादून के आश्वासन पर पर समाप्त हो गई है, जिससे गुरूवार से रेलवे में कार्यरत मजूदर काम पर लौट आए है। समर्थन कर रहे किसान सभा व सीटू ने मजदूरों की संघर्षों की जीत बताया।
गत 28 दिसम्बर से सुमरेपुर में रेलवे में कार्य कर रहे मजदूरों ने मेगा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्टक्चर कंपनी के खिलाफ धरना शुरू किया था। जिसमें मजदूर संगठन की श्रम मंत्रालय की ओर से दी जाने वाली मजदूरों की मजदूरी की सूची जारी करने, अकुशल, कुशल, अर्धकुशल एवं अति कुशल के आधार पर मजदूरी तय करने, रविवार के दिन अवकाश घोषित करना, प्रोजेक्ट में मिलने वाले सभी प्रकार के भत्ते दिये जाने, मजदूरों के पहचान पत्र जारी करने, मजदूरों को कंपनी की दैनिक मजदूरी के समय को 8 घंटे तय करने, कंपनी में रिक्त पदों जैसे हेल्पर, ट्रेडमेन, आॅपरेटर पदों पर भर्तियां करने, नियुक्ति पत्र जारी करने, आवासीय भत्ता दिये जाने सहित ठेकेदारी प्रथा में लगे मजदूरें पर समान समझौता लागू करने की मांग कर रहे थे। गत बुधवार को सीटू के प्रदेश अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह नेगी, प्रदेश मंत्री लेखराज, जिला मंत्री वीरेन्द्र गोस्वामी, मजदूर यूनियन के अध्यक्ष रविन्द्र रावत, सचिव जागेश्वर बिष्ट ने डिप्टी लेबर कमिश्नर देहरादून सुशील कुमार से देरादून जाकर वार्ता की। जिसमें 24 निष्कासित कर्मचरियों को बहाल करने एवं यूनियन की मान्यता दिए जाने के आदेश देने कंपनी को दिए। साथ ही मांगों पर मिले आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त की गई। जिसके बाद गुरूवार से रेलवे सभी कर्मचारी काम पर लौट आए है। अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य महामंत्री गंगाधर नौटियाल, उपाध्यक्ष राजाराम सेमवाल, सीटू जिलामंत्री वीरेन्द्र गोस्वामी, किसान सभा जिलाध्यक्ष दौलत सिंह रावत, अषाड सिंह, नरेन्द्र रावत, भरत भंडारी ने मजदूरों के संघर्षो की जीत पर यूनियन को बधाई दी। भविष्य में भी मजदूर यूनियन को समर्थन देेने की बात कही।